अजय राय ने सुसुवाहीं सहित जनसभाओं को सम्बोधित किया
अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद।
वाराणसी। इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार अजय राय ने कहा कि भाजपा के संविधान बदलने के दंभ, राहुल गांधी की भारतव्यापी यात्रा और कांग्रेस की पंच न्याय योजना ने देश में सत्ता परिवर्तन जन मानस रचा। काशी में एक दशक में राजनीति, व्यापारिक कारोबार और संस्थाओं तक पर गुजराती शिकंजे की जकड़ ने काशी के जन-मानस को झकझोर कर बदलाव की चाहत पैदा कर दी है। जनता में बदलाव की ललक जगी है , जिसे इंडिया गठबंधन दल मिल कर मतदान केन्द्रों तक ले जायेंगे।
बजरडीहा के लमही मैदान और सुसुवाहीं सहित जनसभाओं को सम्बोधित करते हुते राय ने कहाकि काशी के हितों एवं काशी की अस्मिता का गुजरातीकरण इस तरह हुआ कि कई वर्षों से बीएचयू की कार्यकारिणी का गठन नहीं हुआ और कुलपति जिस सलाहकार मंडल के साथ विधि व्यवस्था से हटकर काम कर रहे हैं, उस सलाहकार मंडल में भी आधे से ज्यादा गुजराती हैं। कल कारखाने तो लगे नहीं, पर एक दो जो बहुत छोटे प्लांट लगे उनके सभी स्थायी कर्मी गुजराती हैं। निर्माण की ज्यादातर ठेकेदार कंपनियां गुजराती हैं। बनारस तो हाल रोजगार के लिये ठगा खड़ा है। अतः परिवर्तन हेतु वोटिंग को समय का धर्म मान कर लोग अब बदलाव के मूड में हैं।
राय ने भी सुबह रोज के क्रम में मार्निंग वाकर्स के बीच बरेका सूर्य सरोवर पहुंच कर लोगों से जन सम्पर्क किया। बजरडीहा में सभा का संयोजन वकील अंसारी ने और सुसुवाहीं में ईश्वरी निरायण सिंह ने किया। सुसुवाहीं की सभा में सी.पी.राय, प्रो.सतीश राय, बाबी त्यागी आदि ने भी सम्बोधित किया।