संस्कृति पर्व पत्रिका के विशेषांक “भारत 1946-2020, नोआखाली से दिल्ली तक” के ई-संस्करण का लोकार्पण

अनिवार्य प्रश्न । संवाद केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने किया ई-संस्करण का लोकार्पण श्री शाह ने भारत रत्न महामना पं मदन मोहन मालवीय जी और भाई जी श्री … Read More

वर्चुअल टूर के माध्यम से कलाकार जामिनी राय को अर्पित की गई श्रद्धांजलि

अनिवार्य प्रश्न । संवाद एनजीएमए के स्थायी संग्रह से 215 में से 203 कलाकृतियों को किया प्रदर्शित दिल्ली। संस्‍कृति मंत्रालय के अन्तर्गत्त राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय ने वर्चुअल टूर के … Read More

ये मजदूर औरतें -दीपक शर्मा, जौनपुर, उत्तर प्रदेश-मजदूर दिवस विशेष

  ये मजदूर औरतें दिन रात करती हैं काम नहीं जानती आराम चलाती हैं फावड़ा खोदती हैं मिट्टी पाथती हैं ईंट छाती के बल खीचती हैं सगड़ी दूधमूँहें बच्चे को … Read More

लघुकथा – कोरोना का डर : नीरज त्यागी ग़ाज़ियाबाद ( उत्तर प्रदेश )

कोरोना का डर : नीरज त्यागी पिछले कुछ दिनों से हर जगह कोरोना के बारे में लगातार खबरे चल रही हंै। अनिल इन बातों से काफी परेशान है। हर समय … Read More

भारत तो भारत है, अब अमेरिका में भी अपने आदर्शों से गिरी पत्रकारिता -छतिश कुमार द्विवेदी ‘कुंठित’

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को स्पष्टनीति का महान नेता मानने के साथ-साथ अमेरिका में पत्रकारिता में आई वर्तमान गिरावट को रेखांकित कर रहे हैं अनिवार्य प्रश्न के प्रधान संपादक … Read More

आखिर क्या है प्रेम ?

प्रस्तुत आलेख में सामान्य जन मानस के प्रेम से जुड़े अनेक साधरण व जटिल सवालों के जवाब तलाश रहे हैं वरिष्ठ लेखक सलिल सरोज क्या प्रेम  कोई आकर्षण है, दैहिक … Read More

नज्म : चलो हम गरीबों का घर देख आयें।

शाइर महेन्द्र तिवारी ‘अलंकार’ चलो हम गरीबों का घर देख आयें। बेनूर बेबस नजर देख आयें। सामान कोई नहीं जिन्दगी का मगर जिन्दगी का सफर देख आयें। कीचड़ सनी राह … Read More

इंसानियत की नजीरों से भरा संसार

वाराणसी नगर निगम द्वारा किए गए कुछ मानवीय कार्यों के प्रतिनिधित्व से समाज में प्रेम व इंसानियत के पुनः जिन्दा होने के सजीव संदर्भ तलाश रहे हैं अनिवार्य प्रश्न समाचार … Read More

कोरोना – नया रूप लेकर 102 साल पुराना दर्द

स्पेनिश फ्लू के बाद लगभग एक सदी के उपरान्त वैसी ही आपदा के रुप में सामने आए कोविड-19 के व्यापक विचार रख रहे हैं उत्तर प्रदेश गाजियाबाद के लेखक नीरज … Read More

अपनी खुद की खोदी हुई खाई में डूबती दुनिया

(कोविड-19 के संक्रमण काल पर एक विशेष संवेदनात्मक आलेख) कोविड-19 के संक्रमण काल में जब विश्व आपदा को जी रहा है तब विश्व की शक्तियों व आम आदमी के जीवन … Read More