लापरवाह शिक्षकों पर गिरी गाज: दो दर्जन से अधिक अनुपस्थित पाए गए, बीएसए ने वेतन रोकते हुए जारी किया कारण बताओ नोटिस
अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद।
चंदौलीI जिलाधिकारी चन्द्र मोहन गर्ग के सख्त निर्देशों के अनुपालन में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) चंदौली की अगुवाई में एक व्यापक औचक निरीक्षण अभियान चलाया गया। इस अभियान में शहाबगंज विकास खंड के 19 परिषदीय विद्यालयों का निरीक्षण किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में शिक्षक, शिक्षा मित्र और अनुदेशक गैरहाजिर पाए गए।
निरीक्षण के दौरान 04 प्रधानाध्यापक, 10 सहायक अध्यापक, 09 शिक्षा मित्र एवं 03 अनुदेशक बिना सूचना के विद्यालय से अनुपस्थित मिले। बीएसए ने इसे गंभीरता से लेते हुए सभी अनुपस्थित कार्मिकों का तत्काल प्रभाव से वेतन/मानदेय रोका और कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है।
निरीक्षण टीम ने जिन विद्यालयों का दौरा किया, उनमें प्रमुख रूप से प्रा0वि0 अरारी, सावलसोत, खझरा, इसरगोडवा, सरैया, मनकपड़ा, सैदूपुर, कलानी, इलिया प्रथम व द्वितीय, अरजी कला, अताय, नौडिहां, बड़गांव, उच्च प्राथमिक विद्यालय खझरा, खरौझा तथा कम्पोजिट विद्यालय लटौव, करनौल, तियरा शामिल रहे।
बीएसए ने निरीक्षण के दौरान न केवल शिक्षण कार्य की गुणवत्ता परखने के लिए छात्रों से संवाद किया, बल्कि स्वयं कक्षा में पढ़ाकर बच्चों की दक्षता का आकलन भी किया। उन्होंने अधिकारियों के साथ मिलकर विद्यालयों में नामांकन बढ़ाने, डीबीटी लंबित मामलों के निस्तारण, यू-डायस डाटा पूर्णता, एमडीएम की गुणवत्ता, साफ-सफाई की व्यवस्था तथा छात्रों को निपुण बनाने संबंधी निर्देश भी दिए।
अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान अभिभावकों से बातचीत कर उनकी समस्याओं और विद्यालय के प्रति उनके अनुभव भी जाने। जिलाधिकारी ने स्पष्ट कर दिया है कि अब विद्यालयों में लापरवाही और मनमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आने वाले समय में वे स्वयं निरीक्षण अभियान की निगरानी करेंगे। इस कार्रवाई से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है और यह स्पष्ट संकेत है कि अनुशासनहीनता पर अब सख्त कदम उठाए जाएंगे।