आतंकवाद के खिलाफ भारत का सशक्त संदेश: सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल फ्रांस दौरे पर
अनिवार्य प्रश्न। संवाद।
पेरिसI भारत आतंकवाद के विरुद्ध अपने सख्त और स्पष्ट रुख को वैश्विक मंचों पर दोहराने के उद्देश्य से 25 से 27 मई 2025 तक फ्रांस के दौरे पर एक सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल भेजा गया है। वरिष्ठ सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में यह प्रतिनिधिमंडल रविवार देर शाम पेरिस पहुंचा। इस दौरे के माध्यम से भारत न केवल फ्रांस के साथ अपने रणनीतिक संबंधों को और मज़बूत करना चाहता है, बल्कि वैश्विक समुदाय को यह संदेश भी देना चाहता है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत एकजुट और दृढ़ है।
प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े अनुभवी सांसद, पूर्व मंत्री और राजनयिक शामिल हैं। इनमें रविशंकर प्रसाद, डॉ. दग्गुबाती पुरंदेश्वरी, श्रीमती प्रियंका चतुर्वेदी, गुलाम अली खटाना, डॉ. अमर सिंह, समिक भट्टाचार्य, डॉ. एम. थंबीदुरई, श्री एम.जे. अकबर और राजदूत पंकज सरन शामिल हैं। इन सभी सदस्यों का व्यापक प्रशासनिक, कूटनीतिक और संसदीय अनुभव इस यात्रा को विशेष रूप से प्रभावशाली बनाता है।
फ्रांस प्रवास के दौरान प्रतिनिधिमंडल वहां की संसद के दोनों सदनों – सीनेट और नेशनल असेंबली – के सदस्यों से मुलाकात करेगा। साथ ही, वे फ्रांसीसी थिंक टैंक, मीडिया संस्थानों और प्रवासी भारतीय समुदाय के साथ भी विचार-विमर्श करेंगे। इस संवाद का मुख्य उद्देश्य आतंकवाद, कट्टरपंथ, साइबर सुरक्षा और सीमा पार आतंकवाद से जुड़ी वैश्विक चुनौतियों पर सहयोग को मजबूत करना है।
भारत लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाए हुए है। यह यात्रा उसी नीति की निरंतरता है और यह दिखाती है कि भारत इस वैश्विक खतरे से लड़ने के लिए बहुपक्षीय सहयोग को प्राथमिकता देता है। प्रतिनिधिमंडल की यह पहल न केवल भारत की कूटनीतिक प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर भारत की राजनीतिक बिरादरी एकमत और संगठित है।