राजनीति की कयासबाजियां खत्म, पांचों राज्यों के आ गए चुनाव नतीजे, विस्तार से जाने
अनिवार्य प्रश्न। कार्यालय संवाद
वाराणसी। असम में तीन चरणों में हुए मतदान संपन्न कराया गया था। वहीं केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में एक ही चरण में मतदान कराये गए थे। अधिक जनसंख्या के पश्चिम बंगाल में 27 मार्च 2021 से 29 अप्रैल 2021 के बीच आठ चरणों में मतदान कराया गया था। अब सभी के चुनाव नतीजे आगए हैं। और राजनीति की कयासबाजियां खत्म हो गई हैं। कई राजनीतिक धुरन्धरों की भविष्यवाणी व उनके सपने को धक्का लग चुका है तो कइयों के उम्मीदों की नाव पार लग चुकी है।
बंगाल में दीदी को प्रचंड बहुमत मिल गई है। वहीं असम में बीजेपी की पुनः कब्जे में रहने वाली है। साथ ही केरल में लेफ्ट अपने वजूद को खोजता दिखा है।
विगत दिनों निर्वाचन से गुजरे सभी पांचो राज्यों के चुनावी परिणाम आ चुके हैं। जहां ममता बनर्जी दीदी को पश्चिम बंगाल की जनता ने प्रचंड बहुमत दिया है वहीं असम में बीजेपी फिर से सत्ता में आ गई है। डीएमके को एक बार फिर जनता ने तमिलनाडु में मौका देते हुए एआईएडीएमके को विपक्ष में बैठने को मजबूर कर दिया है। लेफ्ट ने केरल में अपने अस्त्वि को बचा लिया है।
भारत के राज्य असम में भाजपा एक बार फिर सबसे बड़ी पार्टी बनकर आई है। दूसे राज्य पुडेचेरी में एनडीए की सरकार बनती दिखाई दे रही है। वहीं अगर तमिलनाडु को देखें तो यहां डीएमके गठबंधन ने एआईएडीएम के गठबंधन को बुरी तरह से हरा दिया है। सर्वाधिक साक्षर राज्य केरल की सत्ता एक बार फिर लेफ्ट को मिल गई है।
पांचों राज्यों के जनादेश को आइये विस्तार से जानते हैं-
पश्चिम बंगाल ममता की माया
विधानसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में कुल 292 विधानसभा सीटों में सभी 292 सीटों का परिणाम लगभग आ ही चुका है। वहां आल इण्डिया तृणमूल कांग्रेस 213 सीटें जीत ली है। वहीं भारतीय जनता पार्टी 77 सीटें जीत ली है। यहां निर्दलीय व राष्ट्रीय सेक्युलर मजलिस पार्टी के खते में एक एक सीटें गई है।
हालांकि, मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी अपने नंदीग्राम में अपने प्रतिद्वंद्वी बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी से लगभग 1700 वोटों से चुनाव हार गई हैं। इस जीत के बाद टीएमसी राज्य में लगातार तीसरी बार आसानी से सरकार बनाएगी।
तमिल का तिकड़म
चुनाव आयोग की ओर से 234 सीटों के लिए उपलब्ध कराए गए तमिलनाडु में परिणामों में आए नतीजों में ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम को 66 सीट मिली है। वही द्रविड़ मुनेत्र कड़गम 131 सीट हासिल हो चुकी है। डीएमके अकेले 131 सीटें जीत चुकी है। तमिलनाडु में कांग्रेस ने 18 सीटों पर कब्जा कर लिया है। बाकी की बची अन्य सीटें अलग-अलग पार्टियों ने जीत दर्ज की हैं।
असम की असलियत
चुनाव आयोग के अनुसार असम में बीजेपी गठबंधन की सरकार दोबारा बनती साफ दिख रही है। बीजेपी को अकेले 60 सीटों पर जीत हासिल हुई है। जबकि कांग्रेस 29 सीटों पर जीत सकी है। यहां ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट को 16 सीटों पर जीत मिली हुई है। जबकि असम गण परिषद के खाते में 9 सीटें गई है। युनाईटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल को 6 बाकी की बची सीटे अन्य अलग-अलग दलों के भाग्य में आई हैं।
पुडुचेरी का राजसिंहासन एनडीए के नाम
ऑल इंडिया एनण् आरण् काँग्रेस ने 10 सीटें जीती हैं। वहीं भजपा व द्रविड़ मुनेत्र कड़गम ने 6-6 सीटें प्राप्त की हैं। निर्दलियों को कुल 6 सीट मिली। यहां दो दलों का चुनाव पूर्व गठबंधन था। यहां डीएमके को 6 सीट मिल चुकी है। पुडुचेरी में भरतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने केवल दो सीटों पर जीत हासिल की है।
लेफ्ट की टूटते-टूटते केरल में बची कमर
केरल में हुए 140 विधानसभा सीटों में सभी का चुनावी परिणाम आ चुका है। यहां लेफ्ट की कमर टूटते-टूटते बचते दिखाई दे रही है। कम्युनिस्ट पार्टी आफ इंडिया यमार्क्ससिस्ट ने 62 सीटों पर जीत पाई ह। तो कम्युनिस्ट पार्टी आफ इंडिया ने 17 सीटों पर जीत दर्ज की है। केरल में इंडियन नेशनल काँग्रेस ने 21 सीटों पर जीत प्राप्त की है। केरल के लोगों ने इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग ने 15 सीटों पर जीत हासिल की है। अऔी केरल कांग्रेसय एम को 5 सीटें मिल चुकी हैं। अतः जैसा की माना जा रहा है कि कम्युनिस्ट पार्टी आफ इंडियाय मार्क्ससिस्ट ने 62 सीट के साथ सत्ता में आएगी।