सनातन संस्था द्वारा ग्रंथ प्रदर्शनी का आयोजन
अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद।
वाराणसी। 500 वर्ष की प्रतीक्षा के उपरांत अयोध्या में श्रीरामलला विराजमान हुए। 22 जनवरी को राम मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा हुई; किंतु पूरे देश भर में अनेक जगह पर शोभायात्रा पर पथराव किए गए, कर्नाटक में हनुमान जी का झंडा उतार दिया गया। ऐसे अति निम्न स्तर के वक्तव्य किए गये हैं। धर्मशिक्षा के अभाव में ही इस प्रकार की धर्महानि हो रही है। धर्मनिरपेक्षता के नाम पर आज हिंदुओं का हो रहा दमन रोकने हेतु हिंदू राष्ट्र आवश्यक है। इसी के विषय में जागरण करने हेतु अनेकों वर्षों से सेवारत सनातन संस्थाद्वारा ग्रंथ प्रदर्शनी का आयोजन अयोध्याजी में गोरेराम मंदिर के पास, राम की पैडी के निकट तथा प्रयागराज में अखिल भारतीय धर्मसंघ त्रिवेणी मार्ग, उत्तरी पटरी, माघमेला क्षेत्र के सेक्टर ३ में किया गया है। ये प्रदर्शनी 14 फरवरी तक रहेगी । इस प्रदर्शनी में धर्म, अध्यात्मशास्त्र, सात्त्विक धर्माचरण, दिनचर्या से संबंधित कृत्य, दिनचर्या, आयुर्वेद, पूजा का शास्त्र आदि अनेक विषयों का महत्त्व शास्त्रीय और सरल भाषा में समाज तक पहुंचाने के लिए विविध विषयों के संदर्भ में अनमोल ग्रंथों का समावेश है।