Gobardhan's integrated portal launched jointly

संयुक्त रूप से गोबरधन का एकीकृत पोर्टल लॉन्च


अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद


नई दिल्ली। केंद्रीय ग्रामीण विकास, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री  नरेन्‍द्र सिंह तोमर, केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिकगैस और इस्पात मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान, केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री  गिरिराज सिंह, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री  गजेंद्र सिंह शेखावत और जल शक्ति राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया ने आज संयुक्त रूप से गोबरधन एकीकृत पोर्टल लॉन्च किया। जल शक्ति मंत्रालय के सचिव, पशुपालन और डेयरी विभाग के सचिव समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

इस एकीकृत पोर्टल के तहत प्रमुख हितधारकों में नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई), पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय (एमओपीएनजी), पशुपालन एवं डेयरी विभाग, कृषि सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग, कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग (डीएआरई) और ग्रामीण विकास विभाग के विभिन्न बायोगैस कार्यक्रम/नीतियां/योजनाएं जैसे कि एमएनआरई कानया राष्ट्रीय बायोगैस और खाद प्रबंधन कार्यक्रम (एनएनबीओएमपी), एमओपीएनजी की जैवईंधन नीति और किफायती परिवहन के लिए टिकाऊ विकल्प (सतत)और पशुपालन विभाग की ओर से राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) और इसी प्रकार की अन्य योजनाएं शामिल हैं। नवीन एकीकृत दृष्टिकोण के तहत इन सभी कार्यक्रमों/योजनाओं का समन्वयपेयजल और स्वच्छता विभाग द्वारा स्वच्छ भारत मिशन- ग्रामीण (एसबीएमजी) के अधीन किया जाएगा।

केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री  गिरिराज सिंह ने अपने संबोधन में गोबरधन के अपशिष्ट से संपत्ति पहलू की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ग्रामीण भारत बड़ी मात्रा में जैव-अपशिष्ट का उत्पादन करता है जिसका कुशलतापूर्वक उपयोग करके बेहतर जन स्वास्थ्य और पर्यावरण का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। यह जैव-अपशिष्ट प्रोसेसिंग से जुड़ी उचित पहलों और योजनाओं के जरिए किया जा सकता है, विशेषकर मवेशियों के गोबर को बायोगैस और ऑर्गेनिक खाद में बदलकर रोजगार और घरेलू बचत के अवसरों का सृजन किया जा सकता है। उन्होंने अपने विभाग के अधीन राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के माध्यम से चलाई जा रही सहकारी योजनाओं के सफल मॉडल का उल्लेख किया जिनमें गौशाला और दुग्ध सहकारी समीतियों को बड़े समुदाय आधारित बायोगैस इकाइयों से जोड़ा जा रहा है।

जल शक्ति मंत्रालय के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग (डीडीडब्ल्यूएस) के सचिव श्री पंकज कुमार ने गोबरधन के एकीकृत दृष्टिकोण के एक भाग के रूप मेंसभी हितधारक विभागों/मंत्रालयों, केंद्रीय एवं राज्य की टीमों के प्रयासों की सराहना की और स्वच्छ एवं स्वस्थ ग्राम के सामूहिक लक्ष्य के लिए बेहतर समन्वय और समय से लक्ष्यों को प्राप्त करनेकी उम्मीद जताई। इसके साथ ही उन्होंने गोबरधन योजना के महत्वपूर्ण लाभों, उद्देश्यों और मार्गदर्शक सिंद्धांतों के बारे में भी बताया।

इस एकीकृत पोर्टल के लिए लिंक http://sbm.gov.in/gbdw20 है।

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