‘बीज पोर्टल’ का एसबीआई के ‘योनो कृषि एप’ के साथ हुआ एकीकरण
अनिवार्य प्रश्न । संवाद
नई दिल्ली। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान (आईआईएचआर), बेंगलुरू के ‘बीज पोर्टल’ का भारतीय स्टेट बैंक के ‘योनो कृषि एप’ के साथ एकीकरण व उपभोक्ताओं को लोकार्पण आज केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास तथा पंचायती राज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के मुख्य आतिथ्य में हुआ। भारतीय स्टेट बैंक के अध्यक्ष रजनीश कुमार विशेष रूप से उपस्थित थे। दोनों एप के एकीकरण से देश के करोड़ों किसान, बीज खरीदी सहित सरकारी योजनाओं तथा बैंक की सुविधाओं के विविध लाभ डिजीटली ले सकेंगे।
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि कृषि का क्षेत्र चुनौतीपूर्ण रहा है, इसके बावजूद किसानों के अथक परिश्रम व वैज्ञानिकों के अनुसंधान तथा सरकारी नीतियों के कारण यह क्षेत्र देश में सर्वाधिक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। देश की खाद्यान्न आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ ही जीडीपी में योगदान देने की दृष्टि से भी कृषि क्षेत्र का महत्व है, इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित सरकार का हमेशा प्रयत्न रहता है कि किसानों की आय दोगुनी हो व जीडीपी में कृषि क्षेत्र का अधिकतम योगदान हो। इस दृष्टि से भारत सरकार ने अनेक योजनाओं को संचालित किया है। बागवानी का कृषि क्षेत्र में 32 प्रतिशत योगदान हैं, जिसे बढ़ाने की जरूरत है। बागवानी में किसानों को उनके उत्पादों का वाजिब मूल्य मिलने की पूरी उम्मीद रहती है, कम रकबे में भी अच्छा उत्पादन कर किसान अपनी माली हालत सुधारने में सफल हो सकते है।
श्री तोमर ने कहा कि सरकार का डिजीटल इंडिया पर जोर रहा है। इसके पीछे मकसद यह है कि कृषि क्षेत्र में पारदर्शिता आएं व भ्रष्टाचार के अवसर पूरी तरह बंद हों। जहां-जहां भी टेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया, वहां बड़ा फायदा ग्रामीण क्षेत्र को पहुंच रहा है, जिसमें बैंकों का बहुत बड़ा योगदान है और एसबीआई की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। पीएम किसान स्कीम हो या कोरोना संकट के दौर में किसानों व अन्य वर्गों को सरकार की ओर से भुगतान, जनधन खातों में करोड़ो बहनों को राशि देने जैसे हर कायर्क्रम के क्रियान्वयन में बैंक व टेक्नोलॉजी की महती भूमिका है । डिजिटलाइेशन की पारदर्शिता में तो भूमिका है ही, यह गुणवत्ता में भी मददगार है। बीज पोर्टल व योनो कृषि एप के एककीकरण का फायदा भी देशभर के किसानों को बड़ी मात्रा में मिलने वाला है। संस्थान द्वारा प्रमाणित बीज हर किसान तक पहुंचे, जिससे वे उत्पादकता बढ़ा सकें उत्पादन के साथ आमदनी बढ़ा सकें, यह उद्देश्य हैं।