अभियान के तहत ‘हर घर तिरंगा’ वेबसाइट पर 6 करोड़ से ज्यादा सेल्फी की गईं अपलोड


अनिवार्य प्रश्न। संवाद।


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के अवसर पर हर घर में तिरंगा लाने और उसे फहराने हेतु लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए “हर घर तिरंगा” अभियान शुरू किया। इस पहल का मकसद लोगों के दिलों में देशभक्ति की भावना जगाना और जनभागीदारी की भावना से आजादी का अमृत महोत्सव मनाना था। राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और मंत्रालयों ने पूरे जोश के साथ इस अभियान में बड़े पैमाने पर भाग लिया। विभिन्न स्थानों के गैर सरकारी संगठनों और स्वयं सहायता समूहों ने भी हर घर तिरंगा को आजादी के अमृत महोत्सव की कामयाबी के रास्ते में एक प्रतिष्ठित बेंचमार्क बनाने में योगदान दिया। पूरे मुल्क की देशभक्ति और एकता को चित्रित करने के लिए स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग क्षेत्रों के लोगों को शामिल करते हुए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।

इस अभियान के दौरान कई नए कीर्तिमानों को छुआ गया जैसे चंडीगढ़ के सेक्टर 16 के क्रिकेट स्टेडियम में 5,885 लोगों की भागीदारी से ‘राष्ट्रीय ध्वज लहराती हुई दुनिया की सबसे बड़ी मानव श्रृंखला की तस्वीर’ का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘हर घर तिरंगा’ अभियान को मजबूत करने के लिए एनआईडी फाउंडेशन और चंडीगढ़ विश्वविद्यालय द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।

एक और शानदार उपलब्धि ये रही कि हर घर तिरंगा की वेबसाइट पर 6 करोड़ से ज्यादा तिरंगा सेल्फी अपलोड की गई हैं। हाइब्रिड प्रारूप में तैयार किए गए इस कार्यक्रम में व्यक्तिगत तौर पर राष्ट्रीय ध्वज के साथ वास्तविक और भावनात्मक जुड़ाव की परिकल्पना की गई थी। साथ ही साथ इस पहल के लिए बनाई गई विशेष वेबसाइट (www.harghartirang.com) पर एक सेल्फी अपलोड करने के जरिए सामूहिक उत्सव और देशभक्ति की उमंग को बढ़ाने की भी परिकल्पना की गई थी।

इसके अलावा ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के एक हिस्से के तौर पर ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के तहत सेलिब्रेशंस को चिन्हित करने के लिए श्रीनगर जिला प्रशासन ने स्वतंत्रता के 75वें साल का जश्न मनाने के लिए बख्शी स्टेडियम में 1850 मीटर लंबे राष्ट्रीय ध्वज को प्रदर्शित करके एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया।

भारत सरकार ने पूरे देश में झंडों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए थे। देश के सभी डाकघरों ने 1 अगस्त 2022 से झंडे बेचने शुरू कर दिए थे। इसके अलावा, राज्य सरकारों ने भी झंडे की आपूर्ति और बिक्री के लिए विभिन्न हितधारकों के साथ करार किया था। भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को भी जीईएम पोर्टल पर पंजीकृत किया गया था। भारत सरकार ने ध्वज की आपूर्ति की प्रक्रिया को कारगर बनाने के लिए विभिन्न ई-कॉमर्स वेबसाइटों और स्वयं सहायता समूहों के साथ भी करार किया था।

आजादी का अमृत महोत्सव की पहल 12 मार्च 2021 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भारत की आजादी के 75 गौरवशाली वर्षों का उत्सव मनाने और उन्हें याद करने के लिए शुरू की गई थी। अपनी शुरुआत के बाद से, इस पहल ने पूरी दुनिया में भारतीय संस्कृति की भव्यता को सफलतापूर्वक प्रदर्शित किया। 28 राज्यों, 8 केंद्र शासित प्रदेशों और 150 से अधिक देशों में 60,000 से ज्यादा कार्यक्रमों का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। आजादी के अमृत महोत्सव की ये पहल दरअसल अपने आकार और भागीदारी के लिहाज से अब तक के सबसे बड़े कार्यक्रमों में से एक है।

12 मार्च 2021 को 75-सप्ताह के काउंटडाउन के तौर पर शुरू हुए आज़ादी के 75वें वर्ष का स्मरणोत्सव 15 अगस्त, 2022 तक चला और ये 15 अगस्त, 2023 तक जारी रहेगा।