प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 90,000 से अधिक आवास राष्ट्र को समर्पित
अनिवार्य प्रश्न। संवाद।
मुम्बंई। प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र के सोलापुर में लगभग 2000 करोड़ रुपये लागत की आठ अमृत (कायाकल्प और शहरी परिवर्तन के लिए अटल मिशन) परियोजनाओं की आधारशिला रखी। महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी के अंतर्गत बनाए गए 90,000 से अधिक आवास राष्ट्र को समर्पित किए। सोलापुर में रायनगर हाउसिंग सोसाइटी के 15,000 आवास समर्पित किए गए, जिनके लाभार्थियों में हजारों हथकरघा कामगार, वेंडर, पावरलूम श्रमिक, कचरा बीनने वाले, बीड़ी श्रमिक, ड्राइवर और अन्य शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान महाराष्ट्र में पीएम-स्वनिधि के 10,000 लाभार्थियों को पहली और दूसरी किस्त का वितरण भी शुरू किया।
प्रधानमंत्री ने भावुक होकर कहा कि आज प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत सबसे बड़ी सोसायटी का उद्घाटन किया गया है। उन्होंने ऐसे घरों में रहने की अपने बचपन की इच्छा को याद किया। नम आंखों से प्रधानमंत्री ने कहा, यह हमें बहुत संतुष्टि देता है जब हजारों परिवारों के सपने साकार होते हैं।
प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र के सोलापुर में लगभग 2,000 करोड़ रुपये लागत की आठ अमृत परियोजनाओं की आधारशिला रखी है।
उन्होंने कहा कि साफ नियत, गरीबों के सशक्तिकरण की पक्षधर नीतियों और राष्ट्र के प्रति प्रतिबद्धता के कारण मोदी ने सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे लाभार्थियों तक पहुंचाने की गारंटी दी है। पिछले 10 वर्षों में 30 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि सीधे महिलाओं, किसानों, युवाओं और गरीबों के खातों में स्थानांतरित की गई है। जन धन-आधार-मोबाइल की जेएएम ट्रिनिटी का उपयोग करके 10 करोड़ फर्जी लाभार्थियों को बाहर कर दिया गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सोलापुर एक औद्योगिक शहर है, श्रमिकों का यह शहर स्कूल की वर्दी बनाने के लिए सबसे बड़े सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग का क्लस्टर है। उन्होंने कहा कि वर्दी सिलने वाले ऐसे विश्वकर्माओं को ध्यान में रखते हुए सरकार ऋण, प्रशिक्षण और आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराने के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना लेकर आई। उन्होंने पात्र श्रमिकों से नामांकन कराने को कहा आत्मनिर्भर भारत निर्माण की आवश्यकता पर बल देते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि इस मिशन में लघु और कुटीर उद्योगों की भूमिका को प्रमुख है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग को समर्थन देने के कदमों के बारे में प्रधानमंत्री ने महामारी के दौरान इन उद्योगों को दिए पैकेज और एक जिला एक उत्पाद योजना का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वोकल फॉर लोकल और मेड इन इंडिया जैसे अभियानों से भारतीय उत्पादों को बेहतर प्रोफाइल के कारण नई संभावनाओं का लाभ मिल रहा हैं।
इस अवसर पर अन्य गणमान्य लोगों के अतिरिक्त महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस और अजीत पवार तथा रायनगर फेडरेशन के संस्थापक नरसैया एडम भी उपस्थित थे।