दो माह के बालक को सुभाष चिल्ड्रन दत्तक ग्रहण इकाई में मिला आश्रय
अनिवार्य प्रश्न । संवाद
निर्दई माता-पिता ने ठुकराया दो माह का नवजात
दत्तक ग्रहण इकाई की अधीक्षिका श्रीमती आशा सचान ने किया नामकरण
कर्ण नाम से जाना जाएगा बालक
कलयुग में भी दिखी सतयुगी मिशाल
कानपुर। दो माह के बालक कर्ण को उसके निर्दई माता-पिता ने ठुकरा कर कानपुर नगर के कोतवाली क्षेत्र में छोड़ दिया था। जिसके पश्चात बालक का डफरिन हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। बालक के पूर्ण रूप से स्वस्थ होने के बाद स्थानीय स्वयं सेवकों द्वारा डफरिन हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कराकर बच्चे को सुभाष चिल्ड्रन विशेष दत्तक ग्रहण इकाई में आश्रय दिलाया गया है।
सुभाष चिल्ड्रन विशेष दत्तक ग्रहण इकाई की अधीक्षिका श्रीमती आशा सचान ने पत्रकारों को बताया की नवजात बालक का नाम कर्ण रखा गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि बाल कल्याण समिति के निर्देशानुसार बालक को अपनी सुपुर्दगी में लेकर चाइल्ड लाइन द्वारा सुभाष चिल्ड्रेन विशेष दत्तक ग्रहण इकाई 19 राजीव विहार, नौबस्ता, कानपुर नगर में आश्रय दिलाया गया है।
सुभाष चिल्ड्रन सोसाइटी के अध्यक्ष व समाज सेवी कमलकांत तिवारी ने बताया कि बालक का पंजीकरण केंद्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण कारा में किया जायेगा व बच्चे के परिजनों की खोज के लिए समाचार पत्रों में बालक का विवरण प्रकाशित कराया जायेगा। नवजात को किशोर न्याय अधिनियम 2015 की धारा 38 के अनुसार गोद देने हेतु स्वतंत्र कराया जाएगा और जल्द ही गोद देने की विधिक प्रक्रिया आरंभ कर दी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि अभी तक संस्था द्वारा 28 बच्चों का देश व विदेश में दत्तक ग्रहण कराया जा चुका है। तस्वीर के आधार पर पहिचान करने वाले शिशु के परिजनों से जुड़ी जानकारी को 99353 09431 मोबाइल क्रमांक पर दे सकते हैं।