अलीगढ़ में रखी गई राज्य विश्वविद्यालय की आधारशिला
अनिवार्य प्रश्न। संवाद।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अलीगढ़ में राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे के अलीगढ़ नोड तथा राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय के प्रदर्शनी मॉडल को भी देखने गए।
इस कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान प्रधानमंत्री ने इस बात को रेखांकित किया कि ऐसी कितनी महान हस्तियों ने स्वतंत्रता आंदोलन में अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। लेकिन यह देश का दुर्भाग्य था कि आजादी के बाद, देश की आने वाली पीढ़ियों को ऐसे राष्ट्रीय नायकों और राष्ट्रीय नायिकाओं के बलिदान से अवगत नहीं कराया गया। प्रधानमंत्री ने अफ़सोस जताते हुए कहा कि देश की कई पीढ़ियां, उनकी कहानियों को जानने से वंचित रहीं। प्रधानमंत्री ने कहा, आज 21वीं सदी का भारत 20वीं सदी की इन गलतियों को सुधार रहा है।
प्रधानमंत्री ने राजा महेंद्र प्रताप सिंह जी को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह जी के जीवन से हमें अदम्य इच्छाशक्ति, अपने सपनों को पूरा करने के लिए किसी भी हद तक जाने की इच्छा रखने की सीख देता है। उन्होंने कहा कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह जी भारत की आजादी चाहते थे और अपने जीवन का एक-एक पल उन्होंने इसी के लिए समर्पित कर दिया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जब आजादी का अमृत महोत्सव के समय भारत शिक्षा और कौशल विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है तो मां भारती के इस योग्य सपूत के नाम पर विश्वविद्यालय की स्थापना ही उनके लिए वास्तविक ‘कार्यांजलि’ है।
प्रधानमंत्री ने 2017 से पहले उत्तर प्रदेश की स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के लोग भूल नहीं सकते कि पहले यहां किस तरह के घोटाले होते थे, किस तरह राज-काज को भ्रष्टाचारियों के हवाले कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि आज योगी जी की सरकार पूरी ईमानदारी से राज्य के विकास में जुटी हुई है। एक दौर था जब यहां शासन-प्रशासन, गुंडों और माफियाओं की मनमानी से चलता था। लेकिन अब वसूली करने वाले, माफियाराज चलाने वाले सलाखों के पीछे हैं।
प्रधानमंत्री ने महामारी के दौरान सबसे कमजोर वर्गों की सुरक्षा सुनिश्चित करने से जुड़े उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला और जिस तरह से महामारी के दौरान कमजोर और गरीब वर्गों को खाद्यान्न उपलब्ध कराया गया, उसकी प्रशंसा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार का निरंतर प्रयास है कि छोटी जोत वाले किसानों को ताकत दी जाए। उन्होंने कहा कि चाहे डेढ़ गुना एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) हो, किसान क्रेडिट कार्ड का विस्तार हो, बीमा योजना में सुधार हो, तीन हजार रुपए की पेंशन की व्यवस्था हो, ऐसे अनेक फैसले छोटे किसानों को सशक्त कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य के गन्ना किसानों को एक लाख 40 हजार करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों को पेट्रोल में इथेनॉल की मात्रा बढ़ने से फायदा होगा।