Anivarya-Prashna-Web-Bainer-New-2026
Union Minister Nitin Gadkari to lay foundation stone for iconic observatory towers in Goa

गोवा में प्रतिष्ठित वेधशाला टावरों की आधारशिला रखेंगे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी


अनिवार्य प्रश्न। संवाद।


गोवाI केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी शुक्रवार को गोवा में न्यू जुआरी ब्रिज के ऊपर बनने वाले प्रतिष्ठित वेधशाला टावरों की आधारशिला रखेंगे। यह परियोजना प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व, श्री गडकरी की पहल और गोवा के मुख्यमंत्री श्री प्रमोद सावंत के सहयोग से संभव हो पाई है।

करीब 270.07 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली इस परियोजना को आगामी पांच वर्षों में पूर्ण किया जाएगा। यह टावर पेरिस के एफिल टॉवर से प्रेरित होंगे और इन्हें एक वैश्विक पर्यटक आकर्षण के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसमें एक घूमता हुआ रेस्तरां, एक आर्ट गैलरी और अत्याधुनिक पर्यटक सुविधाएं शामिल होंगी, जिससे यह गोवा के पर्यटन मानचित्र पर एक नई पहचान स्थापित करेगा।

परियोजना को डीबीएफओटी (डिजाइन, निर्माण, वित्तपोषण, संचालन और हस्तांतरण) मॉडल पर क्रियान्वित किया जाएगा, जिससे सरकार पर कोई वित्तीय बोझ नहीं पड़ेगा। रियायतकर्ता इसका निर्माण करेगा और 50 वर्षों तक इसका संचालन भी करेगा। दो पाइल कैप नींवों पर आधारित यह टावर 125 मीटर की ऊंचाई तक बनाए जाएंगे, जिनमें 8.50 मीटर गुणा 5.50 मीटर के शाफ्ट होंगे।

इन टावरों में दो विशाल फ्लोर होंगे, जिनका न्यूनतम डायमेंशन 22.50 मीटर गुणा 17.80 मीटर होगा। पर्यटकों को आकर्षक दृश्यों का अनुभव कराने के लिए इन मंजिलों तक कैप्सूल लिफ्टों की सुविधा होगी। साथ ही दृश्य दीर्घाओं, कैफेटेरिया और अन्य पर्यटन सुविधाओं के माध्यम से यह टावर एक समग्र अनुभव प्रदान करेंगे। समुद्री हिस्से में दोनों ओर 7.50 मीटर चौड़े वॉकवे ब्रिज बनाए जाएंगे, जिससे पर्यटकों को निर्बाध आवाजाही की सुविधा मिल सकेगी। पुल के दोनों छोर पर पार्किंग की भी व्यवस्था होगी।

यह परियोजना न केवल गोवा के पर्यटन क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी, बल्कि स्थानीय आर्थिक गतिविधियों को भी गति देगी। इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे और आतिथ्य, परिवहन व खुदरा जैसे क्षेत्र भी लाभान्वित होंगे। इसके माध्यम से गोवा को वैश्विक स्तर पर वास्तुकला और अनुभवात्मक पर्यटन के केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।