Youth should rise with sense of duty - Dr. Uday Pratap Singh

कर्तव्य बोध के साथ नवसृजन करें युवा-डॉ उदय प्रताप सिंह


अनिवार्य प्रश्न । ब्यूरो संवाद


ज्ञान एवं सूचना के महत्वपूर्ण स्रोत हैं पुस्तकालय
आदर्श पुस्तकालय के रूप में विकसित हो रहा है जिला पुस्तकालय वाराणसी
समाज के जागरूक नागरिक एवं साहित्यकार पुस्तकालय से जुड़े और उठाएं लाभ
राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के आयोजन व साहित्यिक परिचर्चा की आयोजना में सहयोग करेगा हिंदुस्तानी अकैडमी प्रयागराज


जिला राजकीय जिला पुस्तकालय वाराणसी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शहर की जिन नामचीन साहित्यिक संस्थाओं का सहयोग रहा उनमें ‘‘उद्गार’’ साहित्यिक, संस्कृतिक एवं सामाजिक संगठन, सद्भावना साहित्यिक संस्था, विश्व जन चेतना ट्रस्ट भारत वाराणसी इकाई व शाश्वत संस्कृति मंच प्रमुख रूप से रहे शामिल


वाराणसी। राष्ट्र के विकास हेतु संवैधानिक दायित्व का कर्तव्य बोध के साथ अपनी उर्जा से साहित्यकार एवं युवा समाज को दिशा प्रदान करते हुए नवसृजन करें ताकि आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार किया जा सके। उक्त विचार गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजकीय जिला पुस्तकालय वाराणसी में आयोजित एक विचार कवि एवं सम्मान गोष्ठी में डॉक्टर उदय प्रताप सिंह (अध्यक्ष हिंदुस्तानी अकैडमी प्रयागराज ) द्वारा मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किया गया। उन्होंने कहा कि पुस्तकालय समाज के प्रत्येक व्यक्ति को शिक्षा प्रदान करने हेतु ज्ञान केंद्र के रूप में कार्य कर रहा है। उन्होंने साहित्यकारों एवं युवाओं से आग्रह किया कि पुस्तकालय से जुड़कर लाभान्वित हों। अध्यक्षीय संबोधन में काशी विद्यापीठ वाराणसी के प्रोफेसर सुरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि संविधान नागरिकों को यदि अधिकार देता है तो कर्तव्य पथ पर दायित्व बोध भी कराता है। सदैव यही विचार रखना चाहिए कि हमारे कार्यों से समाज के अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचे। विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए डॉक्टर इंदीवर पाण्डेय ने संवैधानिक दायित्व पर विस्तार से चर्चा किया एवं जिला पुस्तकालय वाराणसी को आदर्श पुस्तकालय के रूप में विकसित करने की शुभकामना भी दिया।

विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ राम सुधार सिंह जो जनपद के वरिष्ठ साहित्यकार हैं ने गणतंत्र दिवस पर सभी को शुभकामनाएं दी तथा बच्चों एवं युवाओं का आवाहन किया कि पुस्तकालय से जुड़ें। उक्त सभा में कवि गोष्ठी एवं सम्मान कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। जिसमें श्रेष्ठ कार्यो के लिए कर्मवीर सम्मान प्रदान किया गया। कर्मवीर सम्मान प्राप्त करने वाले शहर के गणमान्य लोगों में उमेश कुमार सिंह (संयुक्त आयुक्त उद्योग, वाराणसी एवं विंध्याचल मंडल), जिला विद्यालय निरीक्षक वाराणसी विजय प्रकाश सिंह, मुख्य सर्किल ऑफिसर एचडीएफसी बैंक वाराणसी मनीष टंडन, साहित्यकार व कवित्री श्रीमती कंचनलता चतुर्वेदी, कवि साहित्यकार व पत्रकार संतोष कुमार श्रीवास्तव तथा जादूगर मनीष कुमार सम्मिलित थे।

उल्लेखनीय है कि उक्त आयोजन जिला राजकीय जिला पुस्तकालय वाराणसी द्वारा आयोजित किया गया और उक्त कार्यक्रम में शहर की जिन नामचीन साहित्यिक संस्थाओं का सहयोग रहा उनमें ‘‘उद्गार’’ साहित्यिक, संस्कृतिक एवं सामाजिक संगठन, सद्भावना साहित्यिक संस्था, विश्व जन चेतना ट्रस्ट भारत वाराणसी इकाई व शाश्वत संस्कृति मंच प्रमुख रूप से शामिल रहे। जिला पुस्तकालय के प्रवक्ता से प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त कार्यक्रम का आयोजन उत्तर प्रदेश दिवस एवं गणतंत्र दिवस के अवसर पर किया गया।

कार्यक्रम में जादूगर मनीष कुमार ने अपने जादू शो से उपस्थित श्रोताओं का मनोरंजन किया एवं विलुप्त होती जादू कला का श्रेष्ठ प्रदर्शन किया। साथ ही कवि गोष्ठी में जिन कवियों ने कविता का पाठ किया उनमें योगेंद्र नारायण चतुर्वेदी, डाॅ. लियाकत अली, सिद्धनाथ शर्मा सिद्ध, श्रीमती कंचन लता चतुर्वेदी, संतोष कुमार श्रीवास्तव प्रीत, राजेंद्र कुमार पथिक, मुनेंद्र कुमार फुर्तीला, प्रसन्न वदन चतुर्वेदी, डॉक्टर विंध्याचल पाण्डेय, बैजनाथ श्रीवास्तव व कुंवर सिंह कुंवर शामिल रहे। सभा का संचालन व धन्यवाद ज्ञापन पुस्तकालय के अध्यक्ष कंचन सिंह परिहार ने किया।

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