हर घर तिरंगा अभियान : महानायकों की शहादत को नमन
अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद।
वाराणसी। कुलपति के नेतृत्व में बैड बाजे के साथ मुख्य भवन से तिरंगा यात्रा लहुराबीर स्थित अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद की प्रतिमा तक माल्यार्पण कर परिक्रमा के साथ मुख्य भवन पर समाप्त हुआ।
मुख्य भवन के परिक्रमा के साथ सम्पन्न हुई यात्रा झंडे के साथ तिरंगा यात्रा में मुख्य भवन का परिक्रमा के साथ यात्रा का ठहराव हुआ। मुख्य भवन के समक्ष बटुको,विद्यार्थियों ने मंगलाचरण के साथ भारत माता की जय के उद्घोष के साथ गुंजायमान रहा। कुलपति ने कहा स्वतंत्रता संग्राम में हमारे सेनानियों ने अपने बलिदान देकर हमें आजादी दिलाई, जिनकी शहादत को याद आंखों में अश्रु आ जाते हैं। उन महान योद्धाओं ने समर्पण, त्याग और बलिदान से हमें आजादी दिलाई, जो भौतिकतावाद से कोसों दूर थे। उनके समकक्ष दुनियां में कोई इतिहास नहीं है।
उन्होंने अपने रक्त से माँ भारती को आजाद कराया, जिसके समकक्ष दुनिया में कोई इतिहास नहीं है।
उक्त विचार सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो बिहारी लाल शर्मा ने आजादी के अमर सपूतों को माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित कर हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत ऐतिहासिक मुख्य भवन से लहुराबीर चौराहे पर स्थित क्रांतिकारी अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद की प्रतिमा तक हाथों में तिरंगा के साथ भारत माता की जय उद्घोष के साथ यात्रा का नेतृत्व करते हुए व्यक्त किया। भारत माता के सपूतों के बलिदानों को व्यर्थ में जाने नहीं देना है।
कुलपति प्रो शर्मा ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल शहीदों के त्याग और समर्पण की यादें हमे अपने जीवन में उनके मूल्यों को अपनाने चाहिए और उनके सपने को पूरा करने के लिए कार्य करना चाहिए। उनकी शहादत को याद करके हमे अपने राष्ट्र के प्रति गर्व महसूस करना चाहिए तथा उनके बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देना है। सभी आचार्यों, अधिकारियों, कर्मचरियों एवं विद्यार्थियो को उनके मूल्यों को याद कर आत्मसात करने की जरूरत है। नई पीढ़ियों को तिरंगे के इतिहास और महत्व का ज्ञान प्राप्त होगा। कुलसचिव राकेश कुमार ने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान के माध्यम से सकारात्मक, रचनात्मक विचारों का जन्म हो रहा है, नई पीढ़ियों को तिरंगे के इतिहास और महत्व का ज्ञान प्राप्त होगा।
विश्वविद्यालय परिवार के कुलसचिव राकेश कुमार,प्रो रामपूजन पाण्डेय, प्रो जितेन्द्र कुमार,प्रो रजनीश कुमार शुक्ल,डॉ पद्माकर मिश्र,प्रो सुधाकर मिश्र, प्रो हरिशंकर पाण्डेय, प्रो हरिप्रसाद अधिकारी,प्रो रमेश प्रसाद,प्रो विधु द्विवेदी, प्रो राजनाथ, प्रो शैलेश कुमार मिश्र, प्रो अमित कुमार शुक्ल,प्रो दिनेश कुमार गर्ग,प्रो शम्भू शुक्ल,प्रो विजय कुमार पाण्डेय, डॉ हृदय नारायण पाण्डेय, प्रो हीरक कांत चक्रवर्ती,प्रो राघवेन्द्र जी दुबे, प्रो विद्या कुमारी चंद्रा,डॉ विशाखा शुक्ला, डॉ रविशंकर पाण्डेय, डॉ विजय कुमार शर्मा, डॉ विजेंद्र कुमार आर्य, डॉ सत्येन्द्र कुमार यादव, कर्मचारी संघ अध्यक्ष सुशील कुमार तिवारी,सुनील कुमार चौधरी सहित बटुक विद्यार्थियों आदि ने सहभाग किया।