‘तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के आकर्षक लोक नृत्यों’ का आयोजन
अनिवार्य प्रश्न । संवाद
आईएचएम श्रीनगर और आईएचएम चेन्नई ने एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को बढ़ावा देने के लिए ‘तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के आकर्षक लोक नृत्यों’ का आयोजन किया
नई दिल्ली। पर्यटन मंत्रालय के एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को बढ़ावा देने के लिए आईएचएम श्रीनगर और आईएचएम चेन्नई द्वारा इस सप्ताह तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के आकर्षक लोक नृत्यों पर एक ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आईएचएम चेन्नई के छात्रों और आईएचएम श्रीनगर के 3 छात्रों ने ईबीएसबी के अंतर्गत दोनों राज्यों का लोक नृत्य प्रस्तुत किया।
छात्रों ने अपना प्रदर्शन एकांत मे किया और अपने प्रदर्शन को रिकॉर्ड किया तथा वीडियो को ऑनलाइन साझा किया। उनके प्रदर्शनों को ऑनलाइन मंच के माध्यम से प्रसारित किया गया और नोडल अधिकारी द्वारा दोनों राज्यों के लोक नृत्यों के महत्व की सराहना करते हुए एक भाषण दिया गया। इस आयोजन को सभी छात्रों और दोनों संस्थानों के कर्मचारियों द्वारा देखा गया और सराहा गया।
इन स्थानों के प्रसिद्ध लोक नृत्यों के संदर्भ में एक परिचय दिया गया, उदाहरण के लिए कश्मीर की शादियों और मुख्य कार्यक्रमों में कुड, धुमल, रौफ, हफीजा, भांडजश्न जैसे नृत्य किए जाते हैं। इसी प्रकार, तमिलनाडु के आदिवासी नृत्यों में कठपुतली नाच के सबसे सरल रूप से लेकर पोइक्कलकुटिराईअट्टम के नृत्य शामिल हैं, जिसमें कलाकार मयिलअट्टम के लिए मोर जैसी पोशाक पहनते हैं, इक्कलकुटिराई में घोड़े जैसी पोशाक पहनते हैं, कालईआट्टम में एक बैल जैसी पोशाक, पोम्पल में सांप जैसी पोशाक और कराडीअट्टम में एक भालू जैसी पोशाक पहनते हैं।
यह आयोजन प्रतिभागियों द्वारा सांस्कृतिक विविधता और समृद्धि की सराहना करते हुए एक उच्च चर्चा के साथ समाप्त हुआ। सभी कलाकारों और प्रतिभागियों को ई-सर्टिफिकेट प्रदान किया गयी, इस प्रतियोगिता में कुल 192 छात्रों ने हिस्सा लिया।
ये सत्र अब यूट्यूब लिंक पर ऑनलाइन उपलब्ध हैं: ईबीएसबी पोर्टल पर https://youtu.be/_nmxgeju68Ealso और भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के सभी सोशल मीडिया हैंडल पर भी उपलब्ध है।