अनकहे जज्बात कविता प्रकाशित

अनिवार्य प्रश्न। संवाद। हिमाचल प्रदेश। हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा गांव जनयानकड़ के रहने वाले युवा कवि लेखक डाँ. राजीव डोगरा की पहली किताब अनकहे जज्बात सरोजहंस प्रकाशन द्वारा प्रकाशित … Read More

कहानी- छुड़ा न सकी: कहानीकार: डॉक्टर दयाराम विश्वकर्मा

कहानी पट्टी खुर्द प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण कमालगंज विकास खंड का एक अतीव सुंदर गांव था, जिसमें तीन में तेरह करने वाले लोग नहीं थे। यह उस गांव का सौभाग्य … Read More

आलेख : बाबू जगत सिंह ने की थी ब्रितानी हुकूमत के खिलाफ पहली बगावत

आलेख 1799 में काशी के बाबू जगत सिंह के नेतृत्व में हुई थी अग्रेजों के खिलाफ पहली जन क्रन्ति आज भी ब्रिटिश लाइब्रेरी के दस्तावेजों दर्ज है यह जनक्रान्ति द … Read More

काव्य पुस्तक ‘गीत रसाल’ का भव्य लोकार्पण हुआ संपन्न

  समृद्ध साहित्यिक अतीत से उद्भूत नवीन गीतों का कवि ने किया है मनोहारी अलंकरण – प्रकाशक पण्डित छतिश द्विवेदी ‘कुण्ठित’ हिंदी साहित्य के लिये ‘गीत रसाल’ रस और छंदों … Read More

कविता :  शब्द :  डॉक्टर डी. आर. विश्वकर्मा

कविता :  शब्द  शब्दों को हैं ब्रह्म मानते, शब्द ब्रह्म का आराधक। दिखती है शब्दों की थिरकन, जग में सब, उसके साधक।। शब्दों के ही उद्बोधन से, अन्तर्मन के उठते … Read More

हे राम! तुम्हें आना होगा! : पं. छतिश द्विवेदी ‘कुण्ठित’

भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के प्रशंगवश उद्गार के संस्थापक की दो कवितायें/गीत गीत 01 हे राम! तुम्हें आना होगा! हे राम! तुम्हें आना होगा! मेरी बहने औ’’ मातायें दे … Read More

‘उद्गार’ की 92वीं गोष्ठी ‘गीतों में राम’ संपन्न

अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद। वाराणसी। उद्गार साहित्यिक, सांस्कृतिक व सामाजिक संगठन की 92 वीं गोष्टी भगवान श्री राम को समर्पित रही। अयोध्या में मंदिर स्थापना एवं भगवान श्री राम के … Read More

इस बार बसंत को प्रभु श्रीराम की अगवानी के लिए पौष में ही आना होगा – डॉ. चन्द्र भाल ‘सुकुमार’

स्तम्भ: ‘डायरी लिखनी है’: भाग एक रोज रात को सोने से पहले डायरी लिखने की मेरी पुरानी आदत है। कभी भूल भी जाता हूँ तो धर्मपत्नी याद दिला देती हैं। … Read More

वर्तमान खराब सामाजिक स्थिति का जिम्मेदार कौन है ? – डॉ. राकेश कुमार

स्वास्थ्य आलेख जब हमारे देश में मुसलमान आए तो उन्होंने धर्म परिवर्तन कराया। धर्म परिवर्तन के लिए उनकी शर्त थी कलमा पढ़ो और मांस खाओ। उस समय हमारे सभी पूर्वज … Read More

कोयले रहित भूमि पर जीवन, एक इकोसिस्टम आधारित दृष्टिकोण

उद्गार आलेख/दृष्टिकोण देश की ऊर्जा संबंधी बढ़ती मांगों को पूरा करने और पर्यावरण संरक्षण के प्रति अटूट प्रतिबद्धता को बनाए रखने के बीच एक नाजुक संतुलन बिठाते हुए, कोयला क्षेत्र टिकाऊ … Read More