किराएदारों की बढ़ेगी तकलीफ, आवासीय भवनों में किरायेदार रखने पर देना होगा अधिक गृह कर, कर लोभ में वाराणसी नगर निगम का यह निर्णय हुआ आम जनहित के खिलाफ
अनिवार्य प्रश्न। संवाद
आवासीय भवनों में आबाद किरायेदारी पर सीएजी की टीम ने लगाई आपत्ति
किराएदारों की और बढ़ेंगी मुश्किलें
वाराणसी। नगर आयुक्त श्री गौरांग राठी द्वारा आज वित्तीय वर्ष 2020-21 में की गयी गृहकर वसूली एवं आगामी वित्तीय वर्ष 2021-22 की कार्ययोजना की समीक्षा बैठक की गयी। नगर निगम द्वारा प्रेस को दी गई जानकारी में ऑडिट टीम द्वारा आपत्ति की गई है कि नगर निगम सीमान्तर्गत बहुत से ऐसे आवासीय भवन हैं जिसमे किराएदार रह रहे हैं, ऐसे भवनों से किरायेदारी के रूप नियमानुसार गृहकर नही वसूला जा रहा है, जिससे नगर निगम को आर्थिक क्षति हो रही है। बैठक मे नगर आयुक्त द्वारा इस आपत्ति को संज्ञान में लेते हुए नगर निगम अधिनियम में वर्णित धाराओं के अंतर्गत तत्काल कार्यवाही करने हेतु मुख्य कर निर्धारण अधिकारी को निर्देश दिया गया है। नगर आयुक्त गौरांग राठी द्वारा निर्देशित किया गया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 हेतु समस्त डाटा शीघ्र ऑनलाइन करा दिया जाय तथा गृहकर वसूली के संबंध में अग्रिम कार्यवाही प्रारम्भ की जाय।
उल्लेखनीय है कि नगर निगम के ऐसा करने से मकान मालिकों का तो कुछ नहीं बिगड़ेगा लेकिन बाहर से आकर अपनी रोजी रोटी के लिए बनारस में रह रहे किरायेदारों का जीवन दूभर होने जा रहा है। कर लोभ में स्थानीय नगर निगम का यह कदम सामान्य नागरिकों के लिए व प्रवासियों के लिए बोझ बनने जा रहा है।
उक्त समीक्षा बैठक में पाया गया कि गत वित्तीय वर्ष में ₹. 60 के सापेक्ष ₹. 55 करोड़ की वसूली की गयी जो विगत वर्ष से लगभग ₹. 13 करोड़ अधिक है। यह उपलब्धि कोविड 19 महामारी के बावजूद की गई,जो बड़ी उपलब्धि है। नगर आयुक्त गौरांग राठी द्वारा निर्देशित किया गया कि भवन के अंदर वृक्षारोपण, वाटर रेन हार्वेस्टिंग एवं पार्किंग की सुविधाएं होने पर 2 प्रतिशत की छूट का प्रावधान है, अतः इसे प्रचार प्रसार एवं जनजागरूकता के माध्यम से भवन स्वामियों को अवगत कराया जाय। सीएजी टीम द्वारा वर्तमान समय में नगर निगम के वित्तीय वर्ष 2019-20 का लेखा परीक्षण किया जा रहा है।
बैठक में अपर नगर आयुक्त देवी दयाल वर्मा, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पी0के0 द्विवेदी, जोनल अधिकारी दशाश्वमेध धर्मराज सिंह, कर अधीक्षक विपिन उपाध्याय एवं विजय शंकर, कोऑर्डिनेटर कंप्यूटर सेल संदीप श्रीवास्तव तथा प्रोग्रामर दिनेश दुबे आदि अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।