प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल मे विविध विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया
अनिवार्य प्रश्न। संवाद।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के कृष्णानगर में 15,000 करोड़ रुपये की विविध विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। ये विकास परियोजनाएं बिजली, रेल और सड़क जैसे क्षेत्रों से संबद्ध हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, और एक बार मुझे करीब 15 हजार करोड़ रुपए के विकास कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास का सौभाग्य मिला है। आधारित थर्मल पावर परियोजना के तहत, पुरुलिया जिले के रघुनाथपुर स्थित रघुनाथपुर थर्मल पावर स्टेशन चरण (2Û660 मेगावाट) राज्य में 11,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश लाएगी। उन्होंने कहा कि इससे राज्य की ऊर्जा संबंधी जरूरते पूरी होंगी और क्षेत्र के आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि लगभग 650 करोड़ रुपये की लागत से विकसित मेजिया थर्मल पावर स्टेशन की यूनिट 7 और 8 की फ्ल्यू गैस डिसल्फराइजेशन (एफजीडी) प्रणाली पर्यावरण संबंधी समस्याओं के प्रति भारत की गंभीरता का प्रतीक है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल देश के लिए पूर्वी द्वार के रूप में कार्य करता है और यहां से पूर्व के लिए अवसरों की अपार संभावनाएं हैं। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि बुनियादी ढांचे के दृष्टिकोण से रेल पश्चिम बंगाल के गौरवशाली इतिहास का हिस्सा है।
इस अवसर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ सी वी आनंद बोस और केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग राज्य मंत्री श्री शांतनु ठाकुर और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे। दामोदर घाटी निगम की यह कोयला आधारित थर्मल पावर परियोजना अत्यधिक कुशल सुपरक्रिटिकल तकनीक का उपयोग करती है। नया प्लांट देश की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक कदम होगा। प्रधानमंत्री ने मेजिया थर्मल पावर स्टेशन की यूनिट 7 और 8 की फ्ल्यू गैस डिसल्फराइजेशन (एफजीडी) प्रणाली का उद्घाटन किया। लगभग 650 करोड़ रुपये की लागत से विकसित एफजीडी प्रणाली फ्ल्यू गैसों से सल्फर डाइऑक्साइड को हटा देगी और स्वच्छ फ्ल्यू गैस का उत्पादन करेगी और जिप्सम बनाएगी, जिसका उपयोग सीमेंट उद्योग में किया जा सकता है। प्रधानमंत्री ने एनएच-12 (100 किलोमीटर) के फरक्का-रायगंज खंड के चार लेन की सड़क परियोजना का भी उद्घाटन किया। लगभग 1986 करोड़ रुपये की लागत से विकसित यह परियोजना यातायात की भीड़भाड़ को कम करेगी, कनेक्टिविटी में सुधार करेगी तथा उत्तर बंगाल और पूर्वाेत्तर क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान देगी। प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल में 940 करोड़ रुपये से अधिक की चार रेल परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं, जिनमें जिनमें दामोदर-मोहीशिला रेल लाइन के दोहरीकरण की परियोजना; रामपुरहाट और मुरारई के बीच तीसरी लाइन; बाजारसौ-अजीमगंज रेल लाइन का दोहरीकरण और अजीमगंज-मुर्शिदाबाद को जोड़ने वाली नई लाइन शामिल है। ये परियोजनाएं रेल कनेक्टिविटी में सुधार करेंगी, माल ढुलाई की सुविधा प्रदान करेंगी और क्षेत्र में आर्थिक और औद्योगिक विकास में योगदान देंगी।