Dr. Atri Bhardwaj's 75th birthday was celebrated as Diamond Jubilee on Sunday.

डॉ. अत्रि भारद्वाज का 75वां जन्मदिन रविवार को हीरक जयंती के रूप में मनाया गया।


अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद।


वाराणसी। वरिष्ठ पत्रकार और साहित्यकार, काशी पत्रकार संघ के अध्यक्ष डॉ. अत्रि भारद्वाज का 75वां जन्मदिन रविवार को हीरक जयंती के रूप में वाराणसी के विशिष्टजनों द्वारा धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर पंडित शिवनाथ मिश्रा संगीत फाउंडेशन और वाराणसी नागरिक संघ के संयुक्त तत्वावधान में भदैनी स्थित सितार कुंज में शुभकामना संगोष्ठी और नागरिक अभिनंदन का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा ने कहा कि पत्रकारिता में विश्वसनीयता सबसे बड़ी चुनौती है, और डॉ. अत्रि भारद्वाज की पत्रकारिता इस समस्या का समाधान प्रस्तुत करती है। उन्होंने कहा कि अत्रि जी ने पत्रकारिता, साहित्य, रचनाकारिता और कार्टूनिस्ट के रूप में एक अद्वितीय पहचान बनाई है और वे आज के युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं।

विशिष्ट वक्ता और महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के पूर्व कुलपति, डॉ. पृथ्वीश नाग ने अत्रि जी के सामाजिक सरोकारों की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे छात्रों और समाज के हितों के लिए लगातार आवाज उठाते रहे हैं। वहीं, पद्मश्री पंडित शिवनाथ मिश्रा ने कहा कि अत्रि जी जैसे श्रेष्ठ साहित्यकार ही सच्चे पत्रकार हो सकते हैं। इस अवसर पर पद्मश्री सुभाष चंद्र सुपकार ने कहा कि एक पत्रकार जितना अधिक अनुभव अर्जित करता है, उतना ही यशस्वी होता है। डॉ. दयानिधि मिश्र ने कहा कि अत्रि जी को किसी एक विधा में बांधना संभव नहीं है, क्योंकि वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पद्मभूषण आचार्य प्रो. देवी प्रसाद द्विवेदी ने कहा कि डॉ. अत्रि भारद्वाज का जीवन पत्रकारों के सामाजिक सरोकारों का एक उदाहरण है। उनकी लेखनी साहित्य और पत्रकारिता के बीच सेतु का काम करती है।