कोयला मंत्रालय ने हासिल की ऐतिहासिक उपलब्धि, 200 कोयला ब्लॉकों का आवंटन पूरा मरवाटोला-II कोयला ब्लॉक सिंघल बिजनेस प्राइवेट लिमिटेड को सौंपा गया
अनिवार्य प्रश्न। संवाद।
नई दिल्लीI कोयला मंत्रालय ने देश की ऊर्जा सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए 200वीं कोयला खदान का सफल आवंटन कर लिया है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि के तहत मरवाटोला-II कोयला ब्लॉक को सिंघल बिजनेस प्राइवेट लिमिटेड को आवंटित किया गया है। यह उपलब्धि मंत्रालय की उस प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जो क्षेत्रीय सुधारों, निजी भागीदारी को बढ़ावा देने और कोयला उत्पादन में आत्मनिर्भरता को सुदृढ़ करने के लिए सतत प्रयासरत है।
इस अवसर पर नामित प्राधिकरण ने उद्योग जगत के समस्त हितधारकों के प्रति आभार व्यक्त किया, जिनके सहयोग और विश्वास से यह उपलब्धि संभव हो सकी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कोयला मंत्रालय निवेश के लिए अनुकूल माहौल तैयार करने, प्रक्रियागत बाधाओं को न्यूनतम करने और देशभर में कोयला ब्लॉकों के शीघ्र संचालन को सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रतिबद्ध है।
मंत्रालय के अनुसार, यह उपलब्धि मात्र एक संख्यात्मक पड़ाव नहीं है, बल्कि यह व्यापक रणनीतिक दृष्टिकोण का परिचायक है, जिसका उद्देश्य घरेलू कोयला उत्पादन को बढ़ाना, आयात पर निर्भरता को कम करना और दीर्घकालिक ऊर्जा सुरक्षा को सुदृढ़ करना है। यह कदम भारत के ऊर्जा मैट्रिक्स में संतुलन लाने तथा आर्थिक विकास एवं रणनीतिक स्वायत्तता को सशक्त करने में सहायक सिद्ध होगा।
उल्लेखनीय है कि कोयला मंत्रालय ने हाल के वर्षों में कई नवाचारात्मक और संरचनात्मक सुधार लागू किए हैं। इनमें वाणिज्यिक कोयला खनन की शुरुआत, सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम, डिजिटल निगरानी, और शासन सुधार उपकरणों को अपनाना शामिल है। इन पहलों ने कोयला क्षेत्र के परिचालन परिदृश्य को पूरी तरह से नया रूप दिया है, जिससे पारदर्शिता, जवाबदेही और निजी निवेश के लिए अनुकूल वातावरण का निर्माण हुआ है।
कोयला मंत्रालय का यह प्रयास न केवल देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने की दिशा में मील का पत्थर है, बल्कि यह आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को साकार करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।