कथा जीवन की प्राथमिकता करता है तय गुप्तेश्वर जी महाराज
अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद।
वाराणसी। बड़ा लालपुर स्थित जीवनदीप शिक्षण समूह के नर्सिंग हॉल में सोमवार को आठ दिवसीय श्री राम कथा का शुभारंभ हुआ। उत्तराखंड से आये जगद्गुरु रामानुजाचार्य गोविंदाचार्य गुप्तेश्वर जी महाराज ने श्री राम कथा का प्रारंभ करने से पूर्व व्यास पीठ का पूजन किया। उन्होंने कहा कि कथा जीवन की प्राथमिकता को तय करता है। भोग और भोजन हर युग में मिलेगा। लेकिन भजन केवल मनुष्य के शरीर से हो सकता है। इसी शरीर से बैकुंठ का रास्ता खुलता है। लेकिन यह भी है कि जिस दिन मनुष्य का पुण्य समाप्त होगा उसे फिर मृत्यु लोक में धकेल दिया जाएगा।
वहीं उन्होंने आगे कहा कि मनुष्य के जीवन की प्राथमिकता तो प्रभु में लीन हो जाना है। जिससे जन्म- मृत्यु के चक्र से छुटकारा पाया जा सकता है। जीवनदीप शिक्षण समूह के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार सिंह व डॉ. अंशु सिंह ने महाराज जी का तिलक और पुष्पों से स्वागत किया। साथ ही व्यास पीठ की आरती की। जिसके बाद कथा प्रारंभ हुई। इस दौरान जीवनदीप महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. इंद्रेश चंद्र सिंह, संबद्धता निदेशक शैलेश त्रिवेदी, उप प्राचार्य डॉ. अमित सिंह, डॉ. नंदा द्विवेदी के अलावा सभी अध्यापक व कर्मचारी मौजूद रहे।