India alliance candidate Ajay Rai said that the Constitution is the soul and identity of India and Indianness,

इंडिया गठबंधन प्रत्याशी अजय राय ने कहा संविधान भारत और भारतीयता की आत्मा और पहचान है,


अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद।


वाराणसी। इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी रहे उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय ने कांग्रेस एवं सपा सहित इंडिया गठबंधन दलों के कार्यकर्ताओं को कचहरी के निकट अम्बेडकर चौक में भारत के संविधान की रक्षा का समवेत संकल्प दिलाते हुये कहा कि लोकसभा में चार सौ पार का अति विशिष्ट बहुमत लेकर देश के महान संविधान को बदल देने का संविधान विरोधी दंभ भारत की जनता ने तोड़ दिया है। हम सब उसके लिये देश के संविधान हितैषी नागरिकों की सूझ-बूझ और संविधान एवं लोकतंत्र के प्रति जनता की गहरी निष्ठा को सेल्यूट करते‌ हैं।

राय ने इंडिया कार्यकर्ताओं के बीच कहा कि संविधान बदलने के लिये चार सौ पार का आवाहन भाजपा के नेताओं, कार्यकर्ताओं ने ही देश की जनता से किया था। हम आभारी हैं जनता के बीच जब इस सोच के खतरों को हमने रखा, तो जनता के संकल्प से आये जनादेश द्वारा यह दंभ धराशायी हो गया। राय ने वाराणसी के इंडिया प्रत्याशी के नाते काशीवासियों का विशेष रूप से आभार प्रकट करते हुये कहा कि भारी धन-बल और शीर्ष सत्ता बल की धौंस के विरुद्ध मुझे 4 लाख 60 हजार से भी ज्यादा वोट देकर जो अपूर्व समर्थन एवं असाधारण आशीर्वाद एवं प्यार उन्होंने दिया, उससे मेरे जैसा काशी का अदना सेवक काशी के लोगों का आजीवन ऋणी बन गया है। काशी के लोगों के आशीर्वाद का यह कर्ज मै जीवन की अंतिम सांस तक काशी की सेवा करके निभाऊंगा। आज के कार्यक्रम का संयोजन महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे,फसाहत हुसैन बाबू व अजय चौधरी ने किया ।


संविधान रक्षा का समवेत संकल्प


वाराणसी के हम सब इंडिया गठबंधन दलों के कार्यकर्ता संविधान शिल्पी बाबासाहेब डा. भीमराव अंबेडकर प्रतिमा के सान्निध्य में एक साथ खड़े होकर यह शपथ लेते हैं कि अपने पूर्वजों के तप, त्याग और बलिदान से मिली भारत की स्वतंत्रता की महान उपलब्धि का संहिताकरण करके राष्ट्र के महान नायकों द्वारा निर्मित विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के संवाहक भारतीय संविधान और संविधान के मूलभूत आदर्शों एवं मूल्यों के सजग प्रहरी की भूमिका निभायेंगे और उसकी हर खतरे एवं साजिश से रक्षा करेंगे। हमारे पूर्वजों ने भारत को सम्पूर्ण प्रभुत्व संपन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिये भारत के समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास , धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिये तथा उन सबमें व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने वाली बन्धुता बढ़ाने के लिये 26 नवम्बर,1949 को जिस संविधान को भारत के लोगों के माध्यम से अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करके भारत में विश्व के सबसे विशाल एवं गौरवशाली लोकतंत्र की बुनियाद रखी थी, उसके अस्तित्व एवं आदर्शों को आहत करने की किसी भी भावना, मंशा अथवा कोशिश को कभी किसी भी मूल्य पर कामयाब नही होने देंगे।

इस अवसर पर इंडिया गठबंधन के सभी दलों के सम्मानित अध्यक्षगण जिनमे राजेश्वर सिंह पटेल, राघवेंद्र चौबे,असफाक अहमद डब्लू, फसाहत हुसैन बाबू,ओ पी सिंह,सजीव सिंह,शैलेन्द्र सिंह,दिलीप चौबे,अखिलेश पांडेय,रामकेश यादव,मनीष चौबे,जियालाल राजभर,मयंक चौबे,सूफियान अहमद, मृत्युंजय सोनकर, संजीव श्रीवास्तव, राजीव गौतम, डॉ नृपेंद्र नारायण सिंह, डॉ जितेंद्र सेठ, सुशील सिंह, अरुण दूबे, अशोक सिंह, राजीव राम, हसन मेंहदी कब्वन, पूनम विश्वकर्मा, तुफैल अंसारी,पीयूष श्रीवास्तव,विनोद सिंह,आशिष गुप्ता,अनुपम वर्मा , लोकेश सिंह,विनीत चौबे,शुभम राय, मंगलेश सिंह,पूनम कुंडू,मन्ना राजभर, रोहित दूबे, तन्मय दूबे तथा वाराणसी बार एसोसिएशन से बड़ी संख्या में सम्मानित अधिवक्ता बंधुओं समेत सैकड़ों की संख्या में इंडिया गठबंधन के नेता एवं कार्यकर्ता मौजूद थे ।