67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार घोषित, सिक्किम को फिल्मों के लिए सबसे ज्यादा अनुकूल राज्य का मिला पुरस्कार
अनिवार्य प्रश्न। संवाद
नई दिल्ली। 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के निर्णायक मंडल (ज्युरी) ने सोमवार को वर्ष 2019 के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा की। पुरस्कारों की घोषणा से पहले निर्णायक मंडल के अध्यक्ष और अन्य सदस्यों ने केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावडेकर से मुलाकात की और उन्हें पुरस्कारों का परिणाम सौंपा। निर्णायक मंडल में भारतीय सिनेमा जगत के ख्याति प्राप्त फिल्म निर्माता और जानी-मानी फिल्मी हस्तियाँ शामिल हैं।पुरस्कारों की घोषणा सेंट्रल पैनल के अध्यक्ष एन. चंद्रा, गैर-फीचर फिल्म ज्युरी के अध्यक्ष अरुण चड्ढा, मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट ज्युरी के अध्यक्ष श्री शाहजी एन करुण और बेस्ट राइटिंग ऑन सिनेमा ज्युरी के अध्यक्ष सैबल चटर्जी ने की।
गैर-फीचर फिल्म की श्रेणीमें‘एनइंजीनियरड्रीम’ ने सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार जीता, जबकि ‘मरक्कर-अराबिक्कदालिन्ते-सिम्हम’ को फीचर फिल्म की श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के पुरस्कार से नवाज़ा गया।‘कस्तूरी’ ने सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्म (बेस्ट चिल्ड्रंस फिल्म) का पुरस्कार अपनी झोली में डाला। वहीं दूसरी ओर, श्रीक्षेत्र-रु-सहीजता को सर्वश्रेष्ठ आर्ट एवं कल्चर फिल्म का पुरस्कार मिला।
सिक्किम को फिल्मों के लिए सबसे ज्यादा अनुकूल राज्य (मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट) का पुरस्कार मिला। मराठी फिल्म बारदो में रान पतोला गाने के लिए सावनी रविन्द्रन को बेस्ट फीमैल प्लेबैक सिंगर का पुरस्कार। मलयालम फिल्म ‘जल्लिकट्टु के लिए गिरीश गंगाधरन को बेस्ट सिनेमटोग्राफी पुरस्कार दिया गया।’