कलेक्ट्रेट सभागार में जिला वृक्षारोपण समिति, जिला गंगा समिति, जिला पर्यावरण समिति की बैठक आयोजित
अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद।
चन्दौली। अपर जिलाधिकारी ने कहा कि जिस विभाग को जितने गड्ढों के लक्ष्य का आवंटन किया गया है वह पौधरोपण भी करेंगे, जिसमें फलदार और छायादार गुणवत्ता युक्त पौध का रोपण विभाग कराएं। अपर जिलाधिकारी ने कहा कि मियाबाकी पद्धति के तहत लगाए जाने वाले पौधे सम्बन्धित प्रजातियों के ही हों यह सुनिश्चित करें। प्रभागीय वनाधिकारी इसकी अन्य विभागों की ट्रेनिग भी कराएं और विभाग समय से तैयारी कर लें। कोई लापरवाही किसी विभाग द्वारा नहीं की जानी चाहिए।
मियाबाकी पद्धति में जो पौधे अनुमन्य है वही पौधे लगाए जाएंगे विभाग यह सुनिश्चित कर लें। रोपित किये जाने वाले पौधों की शत-प्रतिशत जियोटागिंग भी करायी जाएगी समस्त विभाग ध्यान दें। सभी विभागों को निर्देशित करते हुए कहा कि जो पिछले वर्ष पौवें लगाए गए हैं. उनका भी सत्यापन कराया जाएगा, उनकी सुरक्षा आदि का निरन्तर निरीक्षण प्राथमिकता के आधार पर करते रहेंगें। पौधों की सिंचाई की व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए। सभी विभाग शत-प्रतिशत गड्ढों का खुदान कार्य पूर्ण कर लें, जिसका सत्यापन कराया जाएगा। पौध रोपण का जो प्लान किया जा रहा अच्छा हो, बेहतर कार्य योजना बनाकर पहले से ही तैयारी कर लिया जाय पौधों की सुरक्षा का इन्तजाम ठीक हो और मौके पर काम दिखे।
अपर जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में 6200920 पौध रोपण का लक्ष्य दिया गया है जबकि प्रदेश का लक्ष्य 35 करोड़ है। उन्होंने कहा कि जिस विभाग को जो लक्ष्य पौधरोपण हेतु दिया गया है, वह हर हाल में अपना लक्ष्य पूर्ण करें। वृक्षारोपण के लक्ष्य के सम्बंध में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं की जानी चाहिए लक्ष्य को पूर्ण करना प्रत्येक विभाग की जिम्मेदारी होगी। सर्व प्रथम गड्डा खुदान की प्रगति सभी विभाग निर्धारित प्रपत्र में भरकर भेजवा दें और फोटो भी भिजवाएं, ताकि शासन में भी सूचना दी जा सके।
अपर जिलाधिकारी ने कहा कि वृक्षारोपण अभियान के तहत जनपद में प्रत्येक न्याय पंचायत में ग्राम वन की स्थापना की जाएगी इसी प्रकार नन्दन वन, आयुष वन की स्थापना की जाएगी सभी विभाग इसकी आवश्यक तैयारी कर लें, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं की जानी चाहिए, यह शासन की प्राथमिकताओं में हैं। प्रभागीय वनाधिकारी प्रत्येक विभाग से समन्वय स्थापित कर पौध स्थापना कराएं। इस अवसर पर प्रभागीय वनाधिकारी, उप प्रभागीय वनाधिकारी, चकिया, जिला उद्यान अधिकारी, उपायुक्त मनरेगा, मुख्य चिकित्साधिकारी सहित अन्य सम्बन्धित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।