Municipal commissioner strict about street lights,

स्ट्रीट लाइट को लेकर नगर आयुक्त हुए सख्त,


अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद।


वाराणसी। नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने आलोक विभाग के दो अधिकारियों के विरूद्ध कार्य में लापरवाही बरतने पर कार्यवाही की गयी है एवं एक कर्मचारी की सेवा समाप्त करने के आदेश दिए गए हैं। नगर आयुक्त अक्षत वर्मा दो सप्ताह पूर्व रामनगर के रामलीला के दृष्टिगत आवश्यक व्यवस्था हेतु राजघाट, सुजाबाद डोमरी एवं रामनगर क्षेत्रों में स्थलीय निरीक्षण किया गया था। निरीक्षण में नगर आयुक्त द्वारा राजघाट, सुजाबाद एवं रामनगर के क्षेत्रों में शत प्रतिशम मार्ग प्रकाश व्यवस्था ठीक कराने हेतु निर्देशित किया गया था। स्ट्रीट लाईट की व्यवस्था हेतु क्षेत्रीय अवर अभियन्ता गुप्ता एवं अधिशासी अभियन्ता अजय सक्सेना को निर्देशित किया गया था।

इस सम्बन्ध में पिछली रात नगर आयुक्त द्वारा पुनः राजघाट से लेकर रामनगर तक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में पाया गया कि उनके द्वारा दिये गये निर्देशितों का अनुपालन नही किया गया है एवं नमो घाट से लेकर राजघाट पड़ाव से रामनगर तक कोई भी लाईट जलती नही पायी गयी। जबकि पूर्व में भी अवर अभियन्ता के0के0 गुप्ता को कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में स्पष्टीकरण दिया गया था, परन्तु उनके कार्याे में कोई सुधार नही हुआ। नगर आयुक्त द्वारा कड़ी कार्यवाही करते हुये अवर अभियन्ता आलोक गुप्ता को प्रतिकूल प्रविष्टि दिया गया, साथ में दो वेतन वृद्धि अस्थायी तौर पर रोका गया, उनका वेतन अग्रिम आदेश तक रोका गया तथा उनके विरूद्ध विभागीय जॉच बैठायी गयी है।

वहीं दूसरी ओर आलोक विभाग के अधिशाषी अभियन्ता अजय कुमार सक्सेना को कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में अन्तित रूप से चेतावनी नोटिस जारी के साथ ही अग्रिम आदेश तक वेतन रोका गया है, साथ ही उनको सूचित किया गया है कि उनके कार्याे में सुधार न होने पर कार्यवाही हेतु शासन को अवगत करा दिया जायेगा। नगर आयुक्त द्वारा आउट सोर्सिंग के माध्यम से रामनगर क्षेत्र में तैनात तकनीकी सहायक आलोक विभाग, विनय कुमार को कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में उसकी सेवा समाप्त करने हेतु कार्यवाही करने के निर्देश दिये है।