ई-पत्रिका ‘बनारस दर्पण’ का प्रकाशन एवं पुरस्कारों का निर्णय
अनिवार्य प्रश्न। संवाद।
वाराणसी। बनारस लोकोमोटिव वर्क्सशाप के प्राविधिक प्रशिक्षण केंद्र में बुधवार को आयोजित नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की छमाही बैठक में मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय पूर्वाेत्तर रेलवे वाराणसी को हिन्दी में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु प्रथम पुरस्कार महाप्रबंधक, बरेका वासुदेव पांडा के कर कमलों से अपर मंडल रेल प्रबंधक (आपरेशन), वाराणसी राजेश कुमार सिंह ने प्राप्त किया। सदस्य कार्यालयों को भी वर्ष 2022-23 के लिए राजभाषा में सराहनीय कार्य करने हेतु सम्मानित किया गया।
इसके अतिरिक्त केंद्रीय सरकार के उपक्रमों में केंद्रीय विद्यालय, 39-जी.टी.सी. को द्वितीय, हस्त शिल्प सेवा केंद्र को तृतीय प्रेरणा-।, मध्य गंगा मंडल-3 को चतुर्थ, खान सुरक्षा महानिदेशालय को प्रेरणा पुरस्कार प्राप्त हुआ।
बरेका के महाप्रबंधक वासुदेव पांडा ने कहा की इस प्रकार की बैठकों के माध्यम से पता चलता है की सभी लोग राजभाषा का अनुपालन गंभीरता से कर रहे हैं। पिछले दिनों संसदीय राजभाषा समिति ने वाराणसी के अनेक कार्यालयों का निरीक्षण किया। सभी कार्यालयों ने सफलता पूर्वक निरीक्षण संपन्न कराया। समन्वय के लिए भारतीय खाद्य निगम को विशेष बधाई। आपने देखा होगा कि संसदीय समिति की प्रश्नावली में नगर राजभाषा समिति की बैठक में कार्यालय प्रमुख की उपस्थिति से संबंधित प्रश्न महत्वपूर्ण है। मेरा सभी कार्यालय प्रमुखों से अनुरोध है कि बैठक में नियमित भाग लें एवं अन्य कार्यालयों को भी प्रोत्साहित करें।
नराकास की पत्रिका ‘बनारस दर्पण’ का प्रकाशन एवं पुरस्कार वितरण किया जा रहा है। इसके लिए सभी सदस्य कार्यालयों को बधाई देता हूँ। मुझे विश्वास है अन्य कार्यालय भी पुरस्कार प्राप्त करेंगे।
उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से नराकास वाराणसी गृह मंत्रालय राजभाषा विभाग के दिशानिर्देशों के अनुरूप राजभाषा के अनुपालन के लिए प्रयासरत है। नराकास कार्यालय ने नगर के कार्यालयों में कार्यशालाओं के आयोजन के लिए समय-समय पर सहयोग प्रदान किया। हाल ही में संसदीय राजभाषा समिति के निरीक्षण के दौरान भी भारतीय खाद्य निगम के साथ पूरा सहयोग किया गया। निरीक्षण के बाद नराकास कार्यालय द्वारा ‘संसदीय राजभाषा समिति एवं राष्ट्रपति के आदेश’ विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इससे सभी कार्यालयों को मदद मिलेगी। आपके सुझावों पर कार्रवाई करते हुए ई-पत्रिका ‘बनारस दर्पण’ का प्रकाशन एवं पुरस्कारों का निर्णय किया गया है।