Sai Baba statues removed from 18 temples in Varanasi

वाराणसी में 18 मंदिरों से हटाई गई साईं बाबा की प्रतिमाए


अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद।


वाराणसी। सनातन परंपराओं को लेकर चल रही बहस के बीच, काशी के विभिन्न मंदिरों से साईं बाबा की प्रतिमाएं हटाने का मामला सुर्खियों में है। केंद्रीय ब्राह्मण सभा के विरोध के बाद अब तक 14 मंदिरों से साईं बाबा की मूर्तियां हटा दी गई हैं। इस फैसले से शहर में हड़कंप मच गया है, जबकि कुछ लोग ब्राह्मण सभा के इस कदम का विरोध भी कर रहे हैं। साईं बाबा की पूजा को लेकर विवाद का केंद्र यह है कि सभा के सदस्यों द्वारा इसे प्रेत पूजा करार दिया जा रहा है, जो उनके अनुसार सनातन धर्म के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है। इसी कारण मंदिरों से साईं बाबा की प्रतिमाएं हटाने का अभियान चलाया जा रहा है।

हालांकि, इस कदम के विरोध में भी आवाजें उठ रही हैं, जिसमें कुछ स्थानीय लोग और भक्त ब्राह्मण सभा के इस निर्णय का विरोध कर रहे हैं। काशी के मंदिरों से प्रतिमाओं को हटाने के बाद से शहर में धार्मिक और सामाजिक स्तर पर चर्चाएं बढ़ गई हैं। साईं बाबा की मूर्तियों को मंदिरों से हटाने के फैसले पर बढ़ते विवाद के बीच, केंद्रीय ब्राह्मण सभा के प्रदेश अध्यक्ष ने बयान देते हुए कहा कि साईं बाबा के भक्त नाराज नहीं हैं। उन्होंने दावा किया कि भक्तों का भी मानना है कि साईं बाबा की पूजा मंदिरों में नहीं, बल्कि घरों में होनी चाहिए। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, क्या साईं बाबा हमारे भगवान को आशीर्वाद देंगे? साथ ही, उन्होंने सनातन धर्म को मानने वाले लोगों से अपील की कि वे अपने देवी-देवताओं पर विश्वास रखें और अन्य से मुक्ति पाएं।