Sheikh Hasina became the Prime Minister of Bangladesh for the fourth consecutive time

शेख हसीना लगातार चौथी बार बंग्लादेश की प्रधानमंत्री बनीं


अनिवार्य प्रश्न। संवाद।


ढाका । 8 जनवरी, 2024। बांग्लादेश में रविवार को हुए आम चुनाव में शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग को भारी बहुमत मिला है। अवामी लीग ने 300 में से 223 सीटें जीतीं। इस जीत के साथ शेख हसीना लगातार चौथी बार और कुल मिलाकर पांचवीं बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री बनने जा रही हैं।
विपक्षी दलों ने चुनाव का बहिष्कार किया था। इसके कारण अवामी लीग को कोई चुनौती नहीं मिली। चुनाव आयोग के अनुसार, अवामी लीग ने 50.6% वोट हासिल किए। दूसरे नंबर पर निर्दलीय उम्मीदवार रहे, जिन्होंने 20.8% वोट हासिल किए।
शेख हसीना बांग्लादेश के जनक बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान की बेटी हैं। उन्होंने 1996, 2009, 2014 और 2018 में भी चुनाव जीता था।

जीत के बाद हसीना ने क्या कहा?
अपनी जीत के बाद शेख हसीना ने कहा कि यह जीत बांग्लादेश के लोगों की जीत है। उन्होंने कहा कि वे सभी बांग्लादेशियों के लिए काम करेंगी। हसीना ने कहा कि वे बांग्लादेश को एक विकसित देश बनाने के लिए काम करेंगी। उन्होंने कहा कि वे शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान देंगी।

विपक्ष ने क्या कहा?
विपक्षी दलों ने चुनाव को अवामी लीग के पक्ष में धांधलीपूर्ण बताया है। बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की अध्यक्ष खालिदा जिया ने कहा कि चुनाव में व्यापक धांधली हुई है। उन्होंने कहा कि वे चुनाव परिणाम को नहीं मानती हैं।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय का क्या कहना है?
भारत, चीन और रूस सहित कई देशों ने शेख हसीना की जीत पर बधाई दी है। भारत ने कहा कि यह एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया का परिणाम है। चीन ने कहा कि यह बांग्लादेश के लोगों की इच्छा का सम्मान है। रूस ने कहा कि यह बांग्लादेश के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है।

जीत के निहितार्थ
शेख हसीना की लगातार चौथी जीत बांग्लादेश की राजनीति में उनके वर्चस्व को दर्शाती है। यह चुनाव देश में लोकतंत्र और स्थिरता के लिए एक अच्छा संकेत है। हालांकि, विपक्षी दलों के चुनाव बहिष्कार ने इस चुनाव की वैधता पर सवाल खड़े किए हैं। यह देखना बाकी है कि विपक्ष भविष्य में चुनाव में भाग लेगा या नहीं।

भविष्य के लिए चुनौतियां
शेख हसीना की पांचवीं बार जीत के बाद उनके सामने कई चुनौतियां हैं। इनमें से सबसे बड़ी चुनौती देश में बढ़ती आर्थिक असमानता है। इसके अलावा, उन्हें भ्रष्टाचार और राजनीतिक हिंसा को कम करने के लिए भी कदम उठाने होंगे।
हसीना ने अपने जीत के भाषण में कहा कि वे इन चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि वे सभी बांग्लादेशियों के लिए एक बेहतर भविष्य बनाना चाहती हैं।