वाराणसी के लिए धनवंतरी चलंत अस्पताल का हुआ शुभारंभ
अनिवार्य प्रश्न । संवाद
मोबाइल लैब लबाइक 76 प्रकार के ब्लड जांच एवं टेलीमेडिसिन की सुविधा उपलब्ध कराएगी
शहर के वार्ड एवं गांव में पायलट प्रोजेक्ट के तहत चिकित्सा चिकित्सक आपके द्वार कार्यक्रम अंतर्गत चिकित्सीय परामर्श एवं ब्लड जांच सुविधा जनता को कराया जाएगा उपलब्ध
नई दिल्ली। केंद्रीय कौशल विकास मंत्री महेंद्र नाथ पांडे एवं केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने संयुक्त रूप से वाराणसी के लिए मोबाइल लैब लबाइक (धनवंतरी चलंत अस्पताल) का वर्चुअल माध्यम से हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। गांव एवं शहरों में घूम घूम कर ऑन द स्पॉट मोबाइल लैब लबाइक 76 प्रकार के ब्लड जांच एवं टेलीमेडिसिन की सुविधा प्रदान करेगी। कोरोना संक्रमण काल में लोगों के लिए चिकित्सीय परामर्श उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेगा। आईसीएमआर से अधिकृत पायलट प्रोजेक्ट के तहत इसका शुभारंभ किया गया है। इसके पहले भागलपुर एवं बक्सर में हाल ही में इस सुविधा का शुभारंभ हुआ है। इसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है। कार्यक्रम का संचालन अर्जित चौबे ने किया।
कोरोना काल में बेहद फायदेमंद होगा साबित
केंद्रीय कौशल विकास मंत्री महेंद्रनाथ पांडे एवं केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने बताया कि कोरोना काल में इस तरह की सुविधा उपलब्ध होने से जनता को काफी लाभ मिलेगा। इसमें ब्लड जांच की सुविधा के साथ-साथ टेलीमेडिसिन की भी व्यवस्था की गई है। जिसके माध्यम से एम्स पटना के विशेषज्ञ डॉक्टरों से ऑन द स्पॉट चिकित्सीय परामर्श भी लिया जा सकता है। केंद्रीय कौशल विकास मंत्री महेंद्र नाथ पांडे ने कहा कि टेलीमेडिसिन आज की जरूरत है निश्चित तौर पर यह सेवा जनता के लिए फायदेमंद साबित होगी। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में बेहतर किफायती स्वास्थ्य सेवा देने के लिए केंद्र सरकार कटिबद्ध है। कोरोना संक्रमण काल में किसी को भी किसी तरह की परेशानी ना हो इसे ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने टेलीमेडिसिन को बढ़ावा देने का काम किया है। यह मील का पत्थर साबित होगा। चिकित्सा चिकित्सक आपके द्वार कार्यक्रम के तहत इस पायलट प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया गया है। जो आने वाले दिनों में बेहतर चिकित्सा सुविधा घर पर पहुंचाने में मदद करने में रोल मॉडल के रूप में सामने आएगा। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि टेलीमेडिसिन आज की मांग है। इसके माध्यम से लोगों को नामचीन प्रतिष्ठित संस्थानों से चिकित्सीय परामर्श मिलेगा। पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री अनिल राजभर ने इसे काफी उपयोगी बताया। राज्य मंत्री (स्व. प्र.) स्टाम्प, न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन, रविंद्र जायसवाल ने कहा कि बदलते आधुनिक परिवेश में घर बैठे बेहतर चिकित्सीय परामर्श मिले इस और यह एक सकारात्मक कदम है। राज्य मंत्री पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मार्थ कार्य (स्व.प्र.) डॉ नीलकंठ तिवारी ने कहा कि कोरोना काल में बड़ी संख्या में लोग अस्पतालों में जाने से डरते हैं। मौजूदा समय में मोबाइल लाइव एवं टेलीमेडिसिन की सुविधा बहुत ही जरूरी है और इसके माध्यम से बड़ी संख्या में लोगों को राहत मिलेगी। उन्होंने इस सेवा के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे का आभार व्यक्त किया।
मोबाइल लैब इस तरह से करेगा काम
मोबाइल लैब- लबाइक द्वारा घूम घूमकर ब्लड एवं अन्य प्रकार के कुल 76 जाँच किया जाएगा। वहीं जो बीमार मरीज हैं, उन्हें एम्स पटना के बेहतरीन चिकित्सकों से टेलीमेडिसिन के द्वारा दूरस्थ चिकित्सा प्रदान किया जाएगा एवं उन्हें दवा आदि भी पर्चा में प्रिंट निकालकर दिया जाएगा। जो अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान द्वारा किया जाएगा। सभी मरीजों का रिकार्ड ट्रिपल आईटी भागलपुर के विशेष सर्वर एवं मुख्य डाटा सेंटर पर भी संरक्षित होगा। जिसे स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार एवं राज्य सरकार भी 24 घंटे देख सकता है। मरीज को चिकित्सा पूर्जा का हार्ड कॉपी भी प्रिंट मिलेगा और जो मरीज अपने मोबाइल नंबर पर यह विवरण चाहते हैं, उन्हें व्हाट्सएप्प या ईमेल भी भेज दिया जाएगा।
यह सभी कार्य रियल टाइम यानी कि बिना रुकावट त्वरित होगा। जिसे कोई भी अधिकारी, चिकित्सक, स्वास्थ्य मंत्रालय उसी समय देख भी सकेगा। कार्यकारी एजेंसी ऑलसोल टेक्नोलॉजी एक्युस्टर टेक्नोलॉजीस की आईटी टीम की पैनी नजर होगी। डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड कार्यकारी एजेंसी द्वारा तैयार किया जाएगा। तकनीकी सहयोग, एम्स पटना व ट्रिपल आई टी भागलपुर का मिलेगा। इस मौके पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पिंडारा विधायक अवधेश सिंह, रोहनिया विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह, वाराणसी कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधान पार्षद केदारनाथ सिंह, विधान पार्षद अशोक धवन, विधान पार्षद लक्ष्मण आचार्य, पटना एम्स निदेशक डॉ पी के सिंह, ट्रिपल आईटी भागलपुर निदेशक प्रोफेसर अरविंद चौबे, कार्यकारी एजेंसी के निदेशक अमित भटनागर ने संबोधित किया धन्यवाद ज्ञापन वाराणसी सीएमओ ने दिया।