दिल्ली से ज्यादा सरकार को परेशानी मे डाल सकता है वाराणसी का किसान अन्दोलन
अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद।
रोहनिया। मोहनसराय ट्रान्सपोर्ट नगर योजना से प्रभावित किसानो ने बैरवन पंचायत भवन पर शनिवार को अपने माथे पर काली पट्टी बाधकर आक्रोश मार्च निकाल कर सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए काला दिवस मनाया। काला दिवस मे काली पट्टी बाधकर रिन्ग रोड, स्पोर्ट्स सिटी, काशी द्वार, वरूणा विहार , आवासीय योजना और वैदिक सिटी के अपने अपने क्षेत्र मे विरोध दर्ज कराये और बैरवन मे रविवार को आयोजित किसान महापंचायत मे भारी संख्या मे शामिल होकर सरकार और प्रशासन के अवैधानिक कृत्य के खिलाफ एकजुट होकर निर्णायक अंदोलन की व्यापक रणनीति बनायेगे। आक्रोश मार्च का नेतृत्व करते हुये मोहनसराय किसान संघर्ष समिति के कार्यवाहक अध्यक्ष कृष्ण प्रसाद पटेल उर्फ छेदी बाबा और अमलेश पटेल ने कहा कि दिल्ली से बड़ा प्रभावशाली होगा वाराणसी का किसान अन्दोलन, पुरी दुनिया को वाराणसी के किसान भाजपा के किसान विरोधी चेहरे को उजागर करेगे।
सपा जिलाध्यक्ष सुजीत यादव कांगेस जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल, अपना दल कामगार के प्रदेश महासचिव गगन प्रकाश यादव, काग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजीव सिंह सहित दर्जनो पार्टियो के पदाधिकारी पार्टी पदाधिकारी के रूप मे नही किसान के बेटे के रूप किसान महापंचायत मे शामिल होगे। काला दिवस मे मुख्य रूप से विजय नरायण वर्मा, प्रेम शाह, उदय पटेल, रमेश पटेल, उदल प्रधान करनाडाड़ी, मनोज वर्मा प्रधान मोहनसराय, डा गुरूचरण वर्मा, कल्लू पटेल, प्रेम पटेल, अवधेश प्रताप, विजय गुप्ता, मदन पटेल, रमाशंकर शंकर पटेल, विजयी पटेल, सुरेश मौर्या,जय वर्मा, गौरव पटेल सहित इत्यादि किसान शामिल थे।