मोदी का प्रयागराज दौरा, महिलाओं के कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूहों को 1,000 करोड़ रुपये हस्तांतरित
अनिवार्य प्रश्न। संवाद।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रयागराज का दौरा किया और महिलाओं के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया। प्रधानमंत्री ने स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के बैंक खातों में 1,000 करोड़ रुपये की धनराशि हस्तांतरित की, जिससे एसएचजी की लगभग 16 लाख महिला सदस्यों को लाभ मिलेगा। धनराशि का यह हस्तांतरण दीनदयाल अंत्योदय योजना- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम) के तहत किया जा रहा है, जिसमें 80,000 एसएचजी, सामुदायिक निवेश कोष (सीआईएफ) के अंतर्गत 1.10 लाख रुपये प्रति एसएचजी और 60,000 एसएचजी, चक्रीय निधि (रिवाल्विंग फंड) के रूप में 15,000 रुपये प्रति एसएचजी प्राप्त कर रहे हैं। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने 20,000 व्यवसाय प्रतिनिधि-सखियों (बीसी-सखियों) के खातों में पहले महीने के मानदेय के रूप में 4,000 रुपये हस्तांतरित करके बीसी-सखियों को प्रोत्साहन प्रदान किया। कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत 1 लाख से अधिक लाभार्थियों को कुल 20 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि हस्तांतरित की। प्रधानमंत्री ने पूरक पोषण निर्माण की 202 इकाइयों की आधारशिला रखी।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने हिंदी साहित्य के महान रचनाकार आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि प्रयागराज हजारों सालों से हमारी मातृशक्ति की प्रतीक मां गंगा-यमुना-सरस्वती के संगम की धरती रही है। उन्होंने कहा कि आज ये तीर्थ नगरी नारी-शक्ति के इतने अद्भुत संगम की भी साक्षी बन रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लिए किए जा रहे कार्यों को पूरा देश देख रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना जैसे कार्यक्रम, जिसके तहत उन्होंने आज राज्य की एक लाख से अधिक लाभार्थी बेटियों के खातों में करोड़ों रुपये हस्तांतरित किए, गांव-गरीब के लिए, बेटियों के लिए भरोसे का बहुत बड़ा माध्यम बन रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत करोड़ों शौचालय बनने से, उज्ज्वला योजना के तहत गरीब से गरीब बहनों को गैस कनेक्शन की सुविधा मिलने से,घर में ही नल से जल आने से, बहनों के जीवन में सुविधा भी आ रही है और उनकी गरिमा में भी वृद्धि हुई है।