प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने लगातार तीसरे ऐतिहासिक कार्यकाल के कार्यभार को संभाला
अनिवार्य प्रश्न। संवाद।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने लगातार तीसरे ऐतिहासिक कार्यकाल के तहत पीएमओ में कार्यभार संभाल लिया। कार्यभार ग्रहण करने के बाद पीएम मोदी ने पीएमओ के स्टाफ को सम्बोधित किया। प्रधानमंत्री ने पीएमओ को जनता का पीएमओ बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई। प्रधानमंत्री ने देश को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की प्रतिबद्धता जताई। पीएम ने देश के विकास के सफर को तेज़ी से आगे बढ़ाने की बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा कि विजय के बड़े हकदार भारत सरकार के कर्मचारी भी हैं, जिन्होंने एक विजन के लिए खुद को समर्पित कर दिया। वहीं, प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों ने पीएम का ज़ोरदार अभिनन्दन किया। पीएम ने पदभार ग्रहण करने के बाद पीएमओ स्टाफ को सम्बोधित किया। पीएम का सम्बोधन पिछले कामकाज के लिए स्टाफ के शाबाशी और नए कार्यकाल में और तेज़ी से काम करने के प्रोत्साहन से भरा था।
पीएम ने कहा कि अब जो करना है वो ग्लोबल बेंचमार्क को पार करने की दृष्टि से करना है। पीएम ने देश उस ऊंचाई पर ले जाने का संकल्प दोहराया जहाँ कोई नहीं पहुँच सका है। पीएम ने कहा कि सरकार के पास विचारों की स्पष्टता है जिससे लक्ष्यों को हासिल करना आसान हो जाता है। प्रधानमंत्री ने पीएमओ स्टाफ के प्रयासों को सराहा। पीएम ने कहा कि उनसे उनकी ऊर्जा को लेकर कई बार सवाल किये जाते हैं। पीएम ने जीवनभर अपने अंदर के विद्यार्थी को ज़िंदा रखने को अपनी ऊर्जा का रहस्य बताया। पीएम ने कहा कि जिसके भीतर विद्यार्थी ज़िंदा रहता है वो कभी सामर्थ्यहीन, शक्तिहीन या आलसी नहीं होता। पीएम का सम्बोधन अपनी टीम का हौंसला बढ़ाने वाला था। विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए नए जोश-जज़्बे से जुट जाने पर पीएम का विशेष बल रहा।