No major port in the country has been privatised.

देश में किसी भी प्रमुख बंदरगाह का नहीं किया गया निजीकरण


अनिवार्य प्रश्न। संवाद।


नई दिल्ली। देश के प्रमुख बंदरगाहों को लेकर सरकार की ओर से अहम जानकारी दी गई है। सरकार की ओर से कहा गया कि देश में किसी भी प्रमुख बंदरगाह का निजीकरण नहीं किया गया है और भूमि तथा तट का स्वामित्व सरकार के पास है।

बंदरगाह संचालन और निजीकरण पर राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में पत्‍तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि प्रमुख बंदरगाहों में कुछ परियोजनाओं के लिए सरकारी-निजी भागीदारी के आधार पर निजी क्षेत्र की भागीदारी की अनुमति दी गई है। सोनोवाल ने यह भी बताया कि केंद्र सरकार के अधीन 12 प्रमुख बंदरगाह हैं। जबकि 217 गैर-प्रमुख बंदरगाह राज्य समुद्री बोर्डों द्वारा संचालित हैं या उनके नियंत्रण में हैं।