नहीं रहे सुप्रसिद्ध नेता एवं जनता दल यूनाइटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव
अनिवार्य प्रश्न। संवाद।
नई दिल्ली। देश में तमाम विसंगतियों के लिए मुखरता से लड़ने वाले व ऊंची आवाज में अपने संघर्ष को जिंदगी भर जीने वाले जनता दल यूनाइटेड के अनेक वर्षों तक राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे वरिष्ठ नेता शरद यादव जी का निधन हो गया है। वे अपने कई दशक के लंबे सार्वजनिक जीवन में गरीबों और पिछड़ों के मुद्दों पर सियासत के केंद्र में रहे व उनके कल्याण के लिए लड़ते हुए काम किया।
शरद यादव जी अपनी कर्मठता और सिद्धांत के लिए बिहार ही नहीं समूचे भारत में चर्चित रहे। उन्होंने अपने जीवन में मुखरता के कारण कई बार नीतीश कुमार के साथ मतभेदों को लेकर भी चर्चा में रहे लेकिन अपना पक्ष नहीं छोड़ा।
राष्ट्रीय राजनीति पर भी श्री शरद यादव की अमिट छाप रही और सदा रहेगी। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने उनके निधन के समाचार पर कहा है कि श्री शरद यादव जी का निधन देश के सार्वजनिक जीवन के लिए एक अपूरणीय क्षति है, वे देश में लगे आपातकाल के विरुद्ध मुकरता से लड़े व दशकों अपने सार्वजनिक जीवन में आम आदमी के लिए काम करते रहे। शरद यादव जी का बिहार की राजनीति में बहुमूल्य योगदान है।
हालांकि शरद यादव मध्यप्रदेश में जन्मे थे और देश भर की राजनीति में उनका अलग-अलग समय में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। देश के अन्य कई प्रमुख नेताओं ने उनके निधन पर शोक संवेदना प्रकट की है।