काफी पुराने वाद्य हारमोनियम में भी सवांरा जा सकता है युवाओं का कैरियर
हारमोनियम एक बहुत पुराना वाद्य यंत्र है जिसमें वायु प्रवाहित कर संगीत उत्पन्न किया जाता है। इसमें चपटी परतों से अलग-अलग सुर-ध्वनिया निकाली जाती हैं। हारमोनियम एक ऐसा वाद्य है जिसके बजाने वाले गांव-गिराव शहर-कस्बों में हर जगह मिल जाते हैं।
हारमोनियम एक ऐसा वाद्य है जिसमें कैरियर की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। इसकी शिक्षा के लिए भी सरकारी से लेकर प्राइवेट इंस्टिट्यूट मौजूद हैं साथ ही इसमें रोजगार की दूसरे वाद्य यंत्रों की अपेक्षा व्यापक संभावनाएं हैं। हारमोनियम वाद्य का ठीक से जानकारी कर लेने वाला छात्र इसके पैटर्न पर बजने वाले कई सहयोगी वाद्य यंत्रों को भी बजाने में महारत हासिल कर लेता है। हारमोनियम एक सुनहले स्वर का वाद्य यंत्र है जिसके साथ गायक अपने सुर मिलाकर गायन भी करता है। यह एकमात्र वाद्य है जो हर गायक बजाना जानता है और इसके आए बगैर किसी गायक का स्वर शोधन नहीं हो सकता।
हारमोनियम में भविष्य
हारमोनियम वादन आने के पश्चात कुशल वादक को मुंबई फिल्म जगत से लेकर साउथ फिल्म इंडस्ट्री तक वादन की अपार मांग और रोजगार की संभावना होती है। फिल्म जगत के अतिरिक्त विभिन्न आर्केस्ट्रा समूह, म्यूजिक प्रोग्राम प्रोवाइडर, सभा सम्मेलन संयोजक, साहित्यिक कवि मंच, संगीत अकादमियों, संगीत प्रशिक्षण केंद्रों, छोटे-छोटे कस्बों गांवों के म्यूजिकल ग्रुप, देवी जागरण कार्यक्रम के आयोेजकों के साथ ही गांव में हरि कीर्तन करने वाली संगीत मंडलियों में भी स्वतंत्र रोजगार की काफी संभावना रहती है।
बेरोजगार युवकों के लिए हारमोनियम अच्छा रोजगार का विकल्प हो सकता है। लेकिन इसके साथ एक प्रमुख बात यह है कि अगर हारमोनियम वादन के साथ गायन का गुण भी हो तो आदमी बेरोजगार नहीं रह सकता। अगर किसी कारण से स्वर खराब हो और गायन ना हो पाता हो तो हारमोनियम का कुशल वादन अवश्य आना चाहिए। एक कुशल वादक देश-विदेश तक बुलाया जाता है।