Number of DD free dish viewers crossed 40 million households

40 मिलियन परिवारों के पार पहुँची डीडी फ्री डिश देखने वालों की संख्या


अनिवार्य प्रश्न। संवाद


नई दिल्ली। ईवाई फिक्की एमई रिपोर्ट 2021 के अनुसार देश में फ्री डिश देखने वालों की संख्या निरन्तर बढ़ती जा रही है। डीडी फ्री डिश ने अपनी तेज विकास गति को जारी रखा है और ईवाई फिक्की मीडिया एंटरटेनमेंट रिपोर्ट,2021 के अनुसार इसके ग्राहकों की संख्या 40 मिलियन से ज्यादा हो गयी है। विकास की इस तेज गति के कारण हैं – किफायती टेलीविजन सेट, आर्थिक मुद्दे,डीडी रेट्रो चैनल का लॉन्च और फ्री डिश प्लेटफॉर्म पर बड़े प्रसारकों की वापसी।डीडी फ्री डिश, घर में एक दूसरा सेट टॉप बॉक्स बन गया है और कुछ मामलों में जब टेलीविजन पर कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है, तो इसका उपयोग किया जाता है। फ्री डिश वितरकों ने बिक्री में साल दर साल वृद्धि का उल्लेख किया है और चीन में निर्मित चिपसेट की कमी के कारण, मांग में को पूरा करने में अपनी असमर्थता जताई है। जिन परिवारों के पास टेलीविजन है, उनकी संख्या में 2025 तक 5 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि जारी रहेगी।यह वृद्धिकनेक्टेड टीवी के कारण होगी, जिसकी संख्या 2025 तक 40 मिलियन और डीडी फ्री डिश की संख्या 50 मिलियन को पार कर सकती है।

डीडी फ्री डिश, प्रसार भारती की एक मल्टी-चैनल फ्री-टू-एयर डायरेक्ट टू होम (डीटीएच) सेवा है। डीडी फ्री डिश का प्राथमिक उद्देश्य, बिना किसी शुल्क के लोगों को गुणवत्तापूर्ण मनोरंजन और जानकारी उपलब्ध कराने के लिए एक वैकल्पिक और किफायती मंच प्रदान करना है।

वर्तमान में डीडी फ्री डिश में 161 टीवी चैनल शामिल हैं, जिनमें 91 दूरदर्शन चैनल (51 सह ब्रांड वाले शैक्षिक चैनल समेत), 70 निजी चैनल और 48 रेडियो चैनल हैं। 1 अप्रैल, 2021 से डीडी फ्री डिश निजी टीवी चैनल बुके में 10 हिंदी जीईसी, 15 हिंदी फिल्म, 6 संगीत, 20 समाचार, 8 भोजपुरी, 3 भक्ति और 2 विदेशी चैनल शामिल होंगे। डीडी फ्री डिश का वर्तमान में उन्नयन किया जा रहा है और मई,2021 तक इसके बुके में कुछ और चैनलों के जुड़ने की उम्मीद है। हाल ही में एक ऑनलाइन वेब एप भी जारी किया गया है, जिसके जरिये उपभोक्ताडीडी फ्री डिश सेट टॉप बॉक्स के निकटतम डीलरको ढूँढ सकते हैं।

मार्च, 2021 में जारी भारतीय मीडिया और मनोरंजन (एम एंड ई) क्षेत्र पर फिक्की-ईवाई रिपोर्ट, 2021;डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास तथा डिजिटल मीडिया को तेजी से अपनाने के कारण मांग में हुए बदलाव के सन्दर्भ में एम एंड ई के प्रत्येक खंड अर्थात टीवी, रेडियो, प्रिंट, डिजिटल आदि केवर्तमान और भविष्य के विकास परिदृश्य को दर्शाती है।

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