Foundation stone laying and inauguration of several projects costing more than Rs 3650 crore at Luhnu, Bilaspur

लुहनू, बिलासपुर में 3650 करोड़ रुपये से अधिक लागत की अनेक परियोजना का शिलान्यास और लोकार्पण


अनिवार्य प्रश्न। संवाद।


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज राष्ट्रीय राजमार्ग-105 पर पिंजौर से नालागढ़ तक राष्ट्रीय राजमार्ग को चार लेन का बनाने के लिए लगभग 31 किलोमीटर लंबी परियोजना की आधारशिला रखी, जिसकी लागत 1690 करोड़ रुपए है। प्रधानमंत्री ने एम्स, बिलासपुर का लोकार्पण किया। नालागढ़ में लगभग 350 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले मेडिकल डिवाइस पार्क की आधारशिला भी रखी। इसके बाद बांदला में गवर्नमेंट हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का उद्घाटन किया।

सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने विजयादशमी के पावन अवसर पर सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह पावन पर्व सभी को हर बाधा को पार करते हुए संकल्पित ‘पंच प्राण’ के मार्ग पर चलने के लिए नई ऊर्जा प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि विजयादशमी के अवसर पर हिमाचल में आने का अवसर मिलना भविष्य की हर जीत के लिए शुभ संकेत है।

गरीबों और मध्यम वर्ग के लिए जीवन की सुगमता सुनिश्चित करने के लिए सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि दूरस्थ स्थानों पर अस्पताल उपलब्ध कराने और चिकित्सा बिलों के खर्च को कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसलिए हम एम्स से लेकर जिला अस्पतालों और गांवों में वेलनेस सेंटरों में क्रिटिकल केयर तक निर्बाध कनेक्टिविटी पर काम कर रहे हैं। आयुष्मान भारत योजना राज्य के अधिकांश परिवारों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज प्रदान कर रही है। पूरे देश में 3 करोड़ से ज्यादा मरीज इसके लाभार्थी हैं, जिनमें हिमाचल से 1.5 लाख लाभार्थी हैं। सरकार ने पूरे देश में 45,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं, जिससे रोगियों के लगभग 90,000 करोड़ रुपये की बचत हुई है।

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और सांसद तथा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कुमार कश्यप इस अवसर पर उपस्थित थे।

पृष्ठभूमि

हिमाचल प्रदेश में कई परियोजनाएं

राष्ट्रीय राजमार्ग-105 पर पिंजौर से नालागढ़ तक राष्ट्रीय राजमार्ग को चार लेन का बनाने के लिए लगभग 31 किलोमीटर लंबी परियोजना की आधारशिला रखी, जिसकी लागत 1690 करोड़ रुपए है। यह सड़क परियोजना अंबाला, चंडीगढ़, पंचकूला और सोलन/शिमला से बिलासपुर, मंडी और मनाली की ओर जाने वाले यातायात के लिए एक प्रमुख संपर्क लिंक है। चार लेन के इस राष्ट्रीय राजमार्ग का लगभग 18 किमी का हिस्सा हिमाचल प्रदेश के अंतर्गत आता है और शेष भाग हरियाणा में पड़ता है। यह राजमार्ग हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक केंद्र नालागढ़-बद्दी में बेहतर परिवहन सुविधा सुनिश्चित करेगा और क्षेत्र में औद्योगिक विकास को भी गति देगा। इससे राज्य में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

एम्स बिलासपुर

एम्स बिलासपुर के उद्घाटन के माध्यम से देश भर में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण और संकल्प को फिर से प्रदर्शित किया गया है। प्रधानमंत्री ने अक्टूबर 2017 में इसका शिलान्यास भी किया था। केंद्रीय क्षेत्र की योजना – प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत इसे स्थापित किया जा रहा है।

एम्स बिलासपुर, 1470 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित है। इस अत्याधुनिक अस्पताल में 18 स्पेशलिटी और 17 सुपर स्पेशियलिटी विभाग, 18 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, 64 आईसीयू बेड के साथ 750 बेड शामिल है। यह अस्पताल 247 एकड़ में फैला है। यह 24 घंटे आपातकालीन और डायलिसिस सुविधाओं, अल्ट्रासोनोग्राफी, सीटी स्कैन, एमआरआई आदि जैसी आधुनिक डायग्नोस्टिक मशीनों, अमृत फार्मेसी और जन औषधि केंद्र और 30 बिस्तरों वाले आयुष ब्लॉक से सुसज्जित है। अस्पताल ने हिमाचल प्रदेश के आदिवासी और दुर्गम आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए डिजिटल स्वास्थ्य केंद्र भी स्थापित किया है। साथ ही, काजा, सलूनी और केलांग जैसे दुर्गम आदिवासी और अधिक ऊंचाई वाले हिमालयी क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से अस्पताल द्वारा विशेषज्ञों द्वारा स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी। इस अस्पताल में हर साल एमबीबीएस कोर्स के लिए 100 छात्रों और नर्सिंग कोर्स के लिए 60 छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा।

गवर्नमेंट हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज, बंदला

प्रधानमंत्री ने बंदला में गवर्नमेंट हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का उद्घाटन किया। इस पर लगभग 140 करोड़ रुपये का व्यय होगा। इस कॉलेज से पनबिजली परियोजनाओं के लिए प्रशिक्षित कामगार उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी। हिमाचल प्रदेश इस क्षेत्र में अग्रणी राज्यों में से एक है। इससे युवाओं के कौशल को बढ़ाने और पनबिजली क्षेत्र में रोजगार के पर्याप्त अवसर प्रदान करने में मदद मिलेगी।

मेडिकल डिवाइस पार्क, नालागढ़

प्रधानमंत्री ने नालागढ़ में लगभग 350 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले मेडिकल डिवाइस पार्क की आधारशिला भी रखी। इस मेडिकल डिवाइस पार्क में उद्योग स्थापित करने के लिए 800 करोड़ रुपये से अधिक के समझौता ज्ञापन पर पहले ही हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। इस परियोजना से क्षेत्र में रोजगार के अवसरों में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।