Tributes paid to the Father of the Nation

राष्ट्रपिता को दी गयी श्रद्धांजलि


अनिवार्य प्रश्न।ब्यूरो संवाद।


वाराणसी। साझा संस्कृति मंच के लोगो ने सर्व धर्म प्रार्थना सभा कर राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि दी।
दिनाँक 30 जनवरी 2024 को साझा संस्कृति मंच ने बेनियाबाग वाराणसी स्थित गाँधी चबूतरे पर श्रद्धासुमन अर्पित किया। बनारस के बुद्धिजीवी गांधीवादी सर्वाेदयी जनों ने सर्व धर्म प्रार्थना सभा कर राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि दी। 30 जनवरी 1948 को एक उग्रपंथी कट्टर नाथूराम गोडसे ने प्रार्थना सभा मे जाते समय महात्मा गांधी जी की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
शाम छः बजे भारतीय रेडियो पर सन्नाटा छा गया, सभी प्रसारण रोक दीये गए। प्रधानमंत्री नेहरू की मर्माहत आवाज़ सुनाई दी आज सायंकाल पांच बजकर बीस मिनट पर नई दिल्ली में महात्मा गांधी की हत्या कर दी गई।
वयोवृद्ध बुद्धिजीवी सुनील सहस्त्रबुद्धे ने बताया कि बनारस में फरवरी 1948 में गांधी जी की अस्थियां गंगा जी मे प्रवाहित करने के पूर्व बेनियाबाग पार्क में रखी गयी थी। अपने वक्तव्य में उन्होंने कहा कि गांधी ने सत्य जैसे शब्द को न केवल अंग्रेजो को भगाने का हथियार बनाया बल्कि भारत देश की बनावट में उन्होंने अहिंसा और सत्य को एक संस्कार के रुप में स्थापित कर दिया।
प्रार्थना सभा मे चित्रा सहस्त्रबुद्धे, किसान नेता रामजनम, नंदलाल मास्टर, सुनील सहस्त्रबुद्धे, डॉ अनुप श्रमिक, इन्दु, जितेंद, सानिया अनवर, अशोक भारत, सिस्टर फ़्लोरिन, सिस्टर बेंसीटा, आनंद,राजेन्द्र ,मुकेश झँझरवाला, प्रवीण काशी, कमर जंहा, युद्धेष, धनञ्जय, जयनारायण कुशवाहा इत्यादि मौजूद रहे।