'Scale' app launched for skill development in leather sector

चमड़ा क्षेत्र में कौशल विकास के लिए ‘स्केल’ ऐप लॉन्च


अनिवार्य प्रश्न। संवाद।


नई दिल्ली। केन्द्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज सीएसआईआर-केंद्रीय चमड़ा अनुसंधान संस्थान, चेन्नई की यात्रा के दौरान ‘स्केल’ (स्किल सर्टिफिकेशन असेसमेंट फॉर लेदर एम्प्लॉइज) ऐप लॉन्च किया, जो चमड़ा उद्योग के कौशल, सीखने, मूल्यांकन और रोजगार की जरूरतों के लिए वन-स्टॉप समाधान प्रदान करता है। चमड़ा कौशल क्षेत्र परिषद ने चमड़ा उद्योग में प्रशिक्षुओं को कौशल विकास कार्यक्रमों के डिजाइन और प्रशिक्षण के तरीके को बदलने के लिए एंड्रॉइड ऐप स्केल विकसित किया है। चमड़ा एसएससी द्वारा विकसित ‘स्केल’ स्टूडियो ऐप चमड़े के शिल्प में रुचि रखने वाले सभी आयु वर्ग के लोगों को अपने कार्यालय में अत्याधुनिक स्टूडियो से ऑनलाइन लाइव स्ट्रीम कक्षाओं तक पहुंचने की अनुमति देता है।

श्री प्रधान ने डिजिटल प्रौद्योगिकियों और पर्यावरण के अनुकूल तकनीकों के आगमन के कारण इस क्षेत्र में हो रहे परिवर्तनों के बारे में भी बताया और कहा कि इसके लिए कौशल, पुन: कौशल और उच्च कौशल (स्किलिंग, री-स्किलिंग और अप-स्किलिंग) तथा क्षमता निर्माण पर नए सिरे से प्रोत्साहन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि एनएसडीसी और सीएसआईआर-सीएलआरआई इस क्षेत्र की कौशल संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए मिलकर काम करेंगे और उन्होंने सुझाव दिया कि इस क्षेत्र में काम करने वाले पेशेवरों की क्षमता बढ़ाने के लिए सीएसआईआर-सीएलआरआई में एक राष्ट्रीय स्तर का क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय, एनएसडीसी, सीएलआरआई और चमड़ा क्षेत्र कौशल परिषद चेन्नई सहित पूरे भारत में साझा सुविधा और कौशल केंद्र स्थापित करने के लिए सहयोग करेंगे।

इस अवसर पर श्री मुरुगन ने कहा कि तमिलनाडु में बहुत से प्रतिभाशाली मानव संसाधन हैं और सीएलआरआई उन्हें कुशल बनाने में एक प्रमुख भूमिका निभा रहा है। सीएलआरआई युवाओं के बीच उद्यमिता को भी बढ़ावा दे रहा है और कई स्टार्टअप कंपनियों की स्थापना में सहायता प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे होने के क्रम में अमृत काल के दौरान हमारे राष्ट्रीय लक्ष्यों को साकार करने में यह हमें सक्षम बनाएगा।