संत अतुलानंद विद्यालय में सनातन संस्था द्वारा ‘तनाव नियंत्रण व्यवस्थापन’ व्याख्यान संपन्न !
अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद।
वाराणसी – सनातन संस्था गत 25 वर्षों से मानव कल्याण के उद्देश्य से विविध उपक्रमों के माध्यम से कार्यरत है। इसी के अंतर्गत तनाव नियंत्रण व्यवस्थापन व्याख्यान देशभर में लिए जा रहे हैं। तनाव एक सार्वत्रिक समस्या जैसी बन गई है। जिससे समाज का हरेक आयुवर्ग पीडित है। विद्यार्थियों में तनाव विविध कारणों से बढता जा रहा है, जिसके कारण शारीरिक तथा मानसिक स्तर पर विविध बीमारियां होती हैं। आकडे भी इसकी भयावहता दर्शाते हैं। अतएव तनाव को नियंत्रित करने के लिए शारीरिक, मानसिक स्तर के साथ-साथ आध्यात्मिक स्तर पर किस प्रकार से समाधानकारक उपाय कर सकते हैं, इस दृष्टि से विद्यार्थियों का प्रबोधन हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक संत सद्गुरु निलेश सिंगबाळ जी ने किया। वे तरना स्थित संत अतुलनानंद विद्यालय में विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने आगे कहा कि के अनुसार स्वास्थ्य का अर्थ केवल बीमारी से मुक्ति नहीं है; अपितु शारीरिक, मानसिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक आयामों में सकारात्मक स्वस्थ स्थिति है। तनाव जैसे सार्वत्रिक समस्या को नियंत्रित करने के लिए योग, प्राणायाम तथा साधना आवश्यक है। नामजप से ध्यान साध्य होता है, जिससे तनाव को नियंत्रित करने में बडी मात्रा में सहायता होती है । कलियुग में अपने पंथ के अनुसार ईश्वर का नामजप करना चाहिए। सभी को विषय बहुत अच्छा लगा। प्रधानाध्यापक महोदय ने भी अपने शिक्षकों तथा अन्य विद्यार्थियों के लिए भी इस विषय की मांग की। इस प्रकार के व्याख्यान का आयोजन होते रहना चाहिए इस प्रकार से भी विद्यार्थियों ने व्यक्त किया।