Wheat minikits were distributed to 100 farmers

सौ किसानों को गेन्हू के मिनी कीट का किया गया वितरण


अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद।


वाराणसी। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, अयोध्या के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र, वाराणसी द्वारा भारतीय बीज विज्ञान संस्थान, मऊ के सहयोग से एस.सी.एस.पी. योजनांतर्गत गेन्हूँ के मिनी कीट का वितरण किया गया।

केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉक्टर नरेंद्र रघुबंशी ने किसानों का स्वागत करते केंद्र की गतिविधियों से अवगत कराया। उन्होंने मिनीकीट के रूप में किसानों को वितरीत होने वाले गेंहू की प्रजाति DBW-187 के बारे में बताया और कहा की इसकी बुवाई दस दिसम्बर से पहले हर हाल में कर देनी चाहिए।

मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित भारतीय बीज विज्ञान संस्थान, मऊ के निदेशक डॉक्टर अरविंद नारायण सिंह ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस योजना से गरीब किसानों को भी बायोफ़ॉर्टीफायिड उन्नतशील प्रजातियों के बीज का वितरण किया जा रहा है। डॉक्टर सिंह ने कहा की गेन्हू की इस प्रजाति की उपज छमता 60-65 कुन्तल प्रति हेक्टेयर है।

संचालन केंद्र की गृह वैज्ञानिक डॉक्टर प्रतीक्षा सिंह ने किया एवं केंद्र के शस्य वैज्ञानिक डॉक्टर अमितेष सिंह ने गेन्हू की बीज उत्पादन विधी पर विस्तार से बात रखी।

इस अवसर पर केंद्र के प्रसार वैज्ञानिक डॉक्टर राहुल सिंह, उद्यान वैज्ञानिक डॉक्टर मनीष पाण्डेय, वैज्ञानिक बीज तकनीकी श्री प्रकाश ने अपने विषय से सम्बंधित समसामयिक कृषि तकनीकी पर विस्तार से चर्चा की। इस कार्यक्रम में केंद्र के प्रक्षेत्र प्रबंधक राणा पीयूष, अरविंद गौतम, अशोक सहित सौ से अधिक किसानों ने प्रतिभाग किया। इस कार्यक्रम में जनपद वाराणसी के सौ किसानों को गेन्हू के मिनिकीट का वितरण किया गया।