चकबन्दी अधिकारी मुजफ्फरनगर बर्खास्त, कई और पर दण्ड
अनिवार्य प्रश्न। संवाद।
चकबन्दी अधिकारी बलिया का एक वेतनवृद्धि रोकने के दिये गये निर्देश
सहायक चकबन्दी अधिकारी मेरठ को निलम्बित कर दर्ज करायी गयी एफआईआर
अन्य चकबन्दी/सहायक चकबन्दी अधिकारियों के विरूद्ध भी की गयी अनुशासनात्मक कार्यवाही
लखनऊ। जी०एस० नवीन कुमार, चकबन्दी आयुक्त, उत्तर-प्रदेश लखनऊ, द्वारा चकबन्दी प्रक्रिया के आधुनिकीकरण, वादों के निस्तारण तथा चकबन्दी प्रकिया के शीघ्रता व पारदर्शितापूर्वक पूर्ण कराने की समीक्षा की गयी। नवीन कुमार ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 अब तक कुल 1,34,425 वादो का निस्तारण किया जा चुका है।
इसके वित्तीय वर्ष 2023-24 में अब तक कुल 231 ग्रामों की चकबन्दी प्रक्रिया पूर्ण कराकर जोत चकबन्दी अधिनियम की धारा-52 (1) के अन्तर्गत प्रख्यापन कराया गया है। ग्रामों को जोत चकबन्दी अधिनियम की धारा-6 (1) के अन्तर्गत चकबन्दी प्रक्रियाओ से पृथक कर दिया गया है। जिन ग्रामों की चकबन्दी प्रक्रिया पूर्ण करा कर धारा-52(1) का प्रख्यापन कराया जा चुका है, उन ग्रामों में राजस्व तथा चकबन्दी प्राधिकारियों द्वारा भ्रमण कर चकबन्दी से सम्बन्धित समस्याओं का निस्तारण किया जा रहा है।
इसके अतिरिक्त चकबन्दी कार्यों का निर्वहन न किये जाने पर चकबन्दी अधिकारी अनुज सक्सेना, मुजफ्फरनगर को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया व बलिया में कार्यरत चकबन्दी अधिकारी श्री शिव शंकर प्रसाद सिंह की एक वेतन वृद्धि स्थायी रूप से रोकने का दण्ड प्रदत्त किया गया व मेरठ के सहायक चकबन्दी अधिकारी मनोज कुमार नीरज को निलम्बित कर एफ०आई०आर० दर्ज करने का आदेश दिया गया। अमरोहा में कार्यरत सहायक चकबन्दी अधिकारी, नितिन चौहान के खिलाफ अनुशासनिक कार्यवाही प्रारम्भ की गयी। जनपद इटावा के ग्राम बनी में कार्यों की अनियमितता के लिय चकबन्दी अधिकारी, अवधेश कुमार गुप्ता व सहायक चकबन्दी अधिकारी, संतोष कुमार यादव व सहायक चकबन्दी अधिकारी अखिलेश कुमार के खिलाफ विभागीय कार्यवाही प्रारम्भ की गयी है व चकबन्दी लेखपाल श्री ओम नारायण को निलम्बित कर दिया गया।
प्रदेश के समस्त चकबन्दी प्राधिकारियों को चकबन्दी आयुक्त द्वारा निर्देशित किया गया कि अपने पदीय दयित्वों का निर्वहन सही रूप से नहीं किया तो उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।