Elections in Pakistan, tug of war of alliance

पाकिस्तान में चुनाव, गठबंधन की रस्साकशी


अनिवार्य प्रश्न। संवाद।


पाकिस्तान। 2024 के पाकिस्तानी आम चुनाव त्रिशंकु परिणामों के साथ संपन्न हुए। किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला, जिससे सरकार बनाने के लिए गठबंधन की आवश्यकता हुई।
चुनाव परिणामों के बाद, पीटीआई, पीएमएल-एन और पीपीपी ने सरकार बनाने के लिए गठबंधन बनाने की कोशिशें शुरू कीं। पीटीआई ने एमएमए के साथ गठबंधन बनाया, जबकि पीएमएल-एन और पीपीपी ने आजादी मार्च नामक एक संयुक्त विरोध प्रदर्शन शुरू किया।
लंबी रस्साकशी के बाद, पीएमएल-एन और पीपीपी ने गठबंधन सरकार नामक एक गठबंधन बनाने पर सहमति व्यक्त की। गठबंधन के तहत, शहबाज शरीफ (पीएमएल-एन) प्रधानमंत्री बने और बिलावल भुट्टो जरदारी (पीपीपी) विदेश मंत्री बने।

नई सरकार को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। पाकिस्तान गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। मुद्रास्फीति बढ़ रही है, बेरोजगारी बढ़ रही है और विदेशी मुद्रा भंडार कम हो रहा है। पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता का इतिहास रहा है। नई सरकार को राजनीतिक स्थिरता बनाए रखने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। पाकिस्तान आतंकवाद से भी ग्रस्त है। नई सरकार को आतंकवाद का मुकाबला करने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
सरकार अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए कई उपाय कर रही है, जिसमें मुद्रास्फीति को कम करना, बेरोजगारी को कम करना और विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाना शामिल है। सरकार राजनीतिक स्थिरता बनाए रखने के लिए कई उपाय कर रही है, जिसमें सभी राजनीतिक दलों के साथ बातचीत करना और संविधान का पालन करना शामिल है।
पाकिस्तान में 2024 के चुनाव और नई सरकार के गठन ने देश में एक नया अध्याय शुरू किया है। नई सरकार को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन उसने अपनी प्राथमिकताओं को निर्धारित किया है और उन पर काम करना शुरू कर दिया है। यह देखना बाकी है कि नई सरकार इन चुनौतियों का सामना करने में कितनी सफल होगी।


मुख्य दलों का प्रदर्शन


पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई)रू 115 सीटें
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) 85 सीटें
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) 65 सीटें
मुतहिदा मजलिस-ए-अमल (एमएमए) 25 सीटें
अन्य 40 सीटें