संसदीय राजभाषा समिति ने भारतीय सिनेमा की विरासत को सराहा, एनएमआईसी और एनएफडीसी का किया दौरा
अनिवार्य प्रश्न। संवाद।
मुंबईI भारतीय सिनेमा की समृद्ध विरासत और उसकी तकनीकी प्रगति को करीब से जानने के उद्देश्य से संसदीय राजभाषा समिति के सदस्यों ने आज मुंबई स्थित राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) और भारतीय सिनेमा के राष्ट्रीय संग्रहालय (एनएमआईसी) का दौरा किया।
इस प्रतिनिधिमंडल में इंदौर के सांसद श्री शंकर लालवानी, मेहसाणा से श्री हरिभाई पटेल, गंगानगर से श्री कुलदीप इंदौरा, राज्यसभा सदस्य डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी, संभल से श्री जिया उर रहमान और समिति के सचिव श्री प्रेम नारायण शामिल थे।
एनएफडीसी के महाप्रबंधक श्री डी. रामकृष्णन तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने समिति का स्वागत किया। इस अवसर पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के वरिष्ठ आर्थिक सलाहकार श्री रवींद्र कुमार जैन की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी महत्वपूर्ण बना दिया।
संग्रहालय भ्रमण का संचालन एनएमआईसी की विपणन एवं जनसंपर्क प्रबंधक सुश्री जयिता घोष और उप महाप्रबंधक एवं क्यूरेटर श्री सत्यजीत मंडले ने किया। समिति के सदस्यों ने भारतीय सिनेमा की ऐतिहासिक यात्रा, तकनीकी विकास, दुर्लभ फिल्म पोस्टरों और संग्रहालय में संरक्षित अन्य धरोहरों का गहन निरीक्षण किया।
समिति के सदस्यों ने भारतीय सिनेमा की सांस्कृतिक विरासत को संजोने के लिए एनएमआईसी की सराहना करते हुए इसे एक प्रेरणादायक और भावनात्मक अनुभव बताया। उन्होंने संग्रहालय द्वारा प्रस्तुत जानकारीपूर्ण प्रदर्शनों को ज्ञानवर्धक बताया और भविष्य में पुनः दौरे की इच्छा भी जताई।