एनएचआरसी ने सियांग जिले में प्रस्तावित बांध के विरोध प्रदर्शन पर लिया स्वतः संज्ञान, राज्य सरकार से मांगी रिपोर्ट
अनिवार्य प्रश्न। संवाद।
नई दिल्ली। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले में प्रस्तावित बांध निर्माण के खिलाफ स्थानीय निवासियों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर मीडिया रिपोर्ट का स्वतः संज्ञान लिया है। रिपोर्टों के अनुसार, लोगों को आशंका है कि इस परियोजना के चलते उन्हें बड़े पैमाने पर विस्थापन का सामना करना पड़ सकता है, साथ ही उनकी आजीविका और क्षेत्र की पारिस्थितिकी पर भी गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।
23 मई, 2025 को प्रकाशित खबरों के अनुसार, मानवाधिकार कार्यकर्ता और सियांग स्वदेशी किसान मंच के संयोजक के नेतृत्व में बेगिंग गांव में विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया, जिसमें करीब 400 लोगों ने भाग लिया। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने सियांग जिले के विभिन्न हिस्सों में केंद्रीय सशस्त्र बलों की तैनाती की है। एनएचआरसी ने इसे संभावित मानवाधिकार उल्लंघन मानते हुए अरुणाचल प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।