होलिका दहन में लकड़ी का नहीं गौ काष्ठ का उपयोग करें
अनिवार्य प्रश्न। संवाद।
भोपाल । वन, पर्यावरण मंत्री नागर सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों से होलिका दहन में लकड़ी का उपयोग नहीं करते हुए गौ काष्ठ का उपयोग करने की अपील की है। चौहान ने कहा कि भारतीय संस्कृति में होली पर्व का विशेष महत्व है। समाज के सभी वर्ग होली पर्व को मिल-जुलकर हर्षाेल्लास से मनाते हैं। उन्होंने कहा कि होलिका दहन में लकड़ी का उपयोग किया जाता है। वृक्षों की उपयोगिता पर्यावरण संतुलन तक सीमित नहीं है। ये हमें जीवन भी देते हैं। करोड़ो जीव-जन्तुओं की रक्षा-सुरक्षा करते हैं। चौहान ने कहा कि गुलाल के साथ मिल-जुलकर होली का पर्व मनायें। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों को होली की शुभकामनाएँ दीं।
वन, पर्यावरण राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार ने होली के अवसर पर प्रदेशवासियों से अपील की है कि होलिका दहन में लकड़ी के स्थान पर गौ-काष्ठ का उपयोग करना पर्यावरण के लिए ज्यादा उचित है। उन्होंने कहा कि इससे पर्यावरण सुरक्षा और वनों का संरक्षण होगा। अहिरवार ने कहा कि समय की आवश्यकता के अनुसार लकड़ी का कम से कम उपयोग किया जाये। उन्होंने होली के अवसर पर प्रदेशवासियों को होली पर्व की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ दीं।