भाजपा सांसद ओम बिरला ध्वनिमत से 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष चुन लिए गए।
अनिवार्य प्रश्न। संवाद।
नई दिल्ली। भाजपा सांसद ओम बिरला ध्वनिमत से 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष चुन लिए गए हैं। विपक्ष ने इस पद के लिए कांग्रेस सांसद के. सुरेश को अपना उम्मीदवार बनाया था लेकिन उसने सदन में मत विभाजन की मांग नहीं की। चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, विपक्ष के नेता राहुल गांधी और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू बिरला को अध्यक्ष के आसन तक ले गए। इससे पहले, जब सदन की बैठक शुरू हुई, तो प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के 12 अन्य नेताओं ने बिरला को अध्यक्ष के रूप में चुनने के लिए प्रस्ताव पेश किया। विपक्ष की ओर से शिवसेना (यूबीटी) नेता अरविंद सावंत, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) की सुप्रिया सुले और समाजवादी पार्टी के आनंद भदौरिया ने सुरेश के पक्ष में प्रस्ताव पेश किया। बिरला पिछली लोकसभा में भी अध्यक्ष थे।
अपने संबोधन में ओम बिरला ने दोबारा सदन के अध्यक्ष के रूप में काम करने का अवसर देने और उन पर विश्वास जताने के लिए सदन के सभी सदस्यों को धन्यवाद दिया और कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों का निर्वहन नकी प्राथमिकता रहेगी। इससे पहले प्रधानमंत्री ने बिरला को उनके निर्वाचन पर बधाई देते हुए कहा कि बिरला के दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष निर्वाचित होने से आज इतिहास बना है। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बिरला को बधाई देते हुए कहा कि यह सदन लोगों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने बिरला को सदन के सुचारू संचालन में विपक्ष के सहयोग का आश्वासन दिया।
राज्यपाल कलराज मिश्र ने दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने पर ओम बिरला को शुभकामनाएं दी है। राज्यपाल ने कहा कि यह राजस्थान के लिए गौरव की बात है कि लोकसभा में राजस्थान के सांसद ओम बिरला लगातार दूसरी बार अध्यक्ष का पद संभालेंगे। उन्होंने कहा कि बिरला के मार्गदर्शन में लोकतंत्र को मजबूती मिलेगी। बिरला के लगातार दूसरी बार स्पीकर चुने जाने पर प्रदेशभर में खुशी का माहौल है। आज जयपुर में पार्टी कार्यालय में आतिशबाजी की गई। इसी तरह बिरला के निर्वाचन क्षेत्र कोटा में भी लोगों ने पटाखे चलाये और एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशियां मनाई।