राष्ट्रीय कृषि संहिता : एक विश्लेषण

अनिवार्य प्रश्न। फीचर डेस्क। भारत की अर्थव्यवस्था में कृषि का महत्वपूर्ण योगदान है। देश की विशाल जनसंख्या को भोजन प्रदान करने के साथ-साथ, यह लाखों लोगों को रोजगार भी प्रदान … Read More

‘स्वर लहरी’ और ‘तेरी जीत मेरी हार’ दो काव्य पुस्तकों का हुआ भव्य लोकार्पण

अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद। वाराणसी। डा. अनिल सिन्हा बहुमुखी रचित ‘स्वर लहरी’ और कवयित्री नीलिमा श्रीवास्तव द्वारा रचित ’तेरी जीत मेरी हार’ के भव्य लोकार्पण कार्यक्रम भोजूबीर सरसौली स्थित स्याही … Read More

आलेख: तीर्थ स्थल,पावनकारिणी शक्ति के केन्द्र व चेतना के सम्बर्धक : डॉक्टर डी आर विश्वकर्मा

अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद। वाराणसी। तीर्थ संस्कृत का शब्द है। जिसका मतलब पार करने का स्थान, घाट ,पाठ या व्यक्ति को संदर्भित करता है जो पवित्र है। तीर्थ,धार्मिक आध्यात्मिक और … Read More

कहानी: अधर में: कहानीकार डॉक्टर डी आर विश्वकर्मा

कहानी: परियतपुर गांव के दक्षिण में एक चमटोल बस्ती है, जिसमें एक माध्यम वर्गीय परिवार पोस्टमैन कोलान का घर है।कच्चे व फूस के मकानों के मध्य कोलन का मकान उसकी … Read More

स्वच्छता के लिये काव्य संदेश-डॉक्टर डी आर विश्वकर्मा

स्वच्छता के लिये काव्य संदेश चाहते हो यदि आप, लक्ष्मी जी का हो साथ, घर और मन में शुद्धता अपनाइये। शान्ति और सुख संग, खुशियाँ अपार मिलें, गन्दगी को आदत … Read More

‘राजभाषा हिंदी का वैश्विक परिदृश्य एवं चुनौतियां’ विषय पर विद्वानों ने किया मंथन

अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद। वाराणसी। उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान, लखनऊ द्वारा 19-20 सितंबर 2024 को वाराणसी के उद्गार सभागार, भोजूबीर में ‘राजभाषा हिंदी का वैश्विक परिदृश्य एवं चुनौतियां’ विषय पर … Read More

कवि नंदलाल राजभर की काव्य पुस्तक ‘सृजन के फूल’ का हुआ लोकार्पण

अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद। वाराणसी। काशी के वृद्ध कवि नंदलाल राजभर ‘नंदू’ की स्याही प्रकाशन से नव प्रकाशित हिन्दी काव्य पुस्तक ‘सृजन के फूल’ का लोकार्पण भोजूबीर स्थित ‘उद्गार’ संस्था … Read More

अंधेर नगरी, चौपट प्रशासन – एक सामाजिक रेखांकन

बेसमेंट, मीडिया रिपोर्ट, और सरकारी आदेश पर एक सामाजिक रेखांकन प्रस्तुत कर रहे हैं वरिष्ठ लेखक पं0 छतिश द्विवेदी ‘कुण्ठित’ गत दिनों हुई बारिश के बाद दिल्ली में एक कोचिंग … Read More

कौन है सदगुरु?-डॉक्टर डी. आर. विश्वकर्मा

गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर एक चिंतन भारत की गणना एक ऋषि प्रधान देश में होती है। यहाँ की पावन धरा पर अनगिनत संत, महात्माओं, गुरुओं ने समय समय … Read More

‘उद्गार’ के 100 वीं कवि गोष्ठी का हर्षपूर्ण समापन, प्रकाशित की जायेगी ‘उद्गार शतक’ नाम से स्मारिका

अनिवार्य प्रश्न। ब्यूरो संवाद। वाराणसी। 16 जून 2024 को भोजूबीर के सरसौली स्थित ‘स्याही प्रकाशन’ के ‘उद्गार सभागार’ में साहित्यिक, सांस्कृतिक व सामाजिक संस्था ‘उद्गार’ के 100वीं मासिक कवि गोष्ठी … Read More