आलेख : बाबू जगत सिंह ने की थी ब्रितानी हुकूमत के खिलाफ पहली बगावत

आलेख 1799 में काशी के बाबू जगत सिंह के नेतृत्व में हुई थी अग्रेजों के खिलाफ पहली जन क्रन्ति आज भी ब्रिटिश लाइब्रेरी के दस्तावेजों दर्ज है यह जनक्रान्ति द … Read More

वर्तमान खराब सामाजिक स्थिति का जिम्मेदार कौन है ? – डॉ. राकेश कुमार

स्वास्थ्य आलेख जब हमारे देश में मुसलमान आए तो उन्होंने धर्म परिवर्तन कराया। धर्म परिवर्तन के लिए उनकी शर्त थी कलमा पढ़ो और मांस खाओ। उस समय हमारे सभी पूर्वज … Read More

ढोंगी तीर्थ पुरोहितों से मुक्ति के लिए चीखते तीर्थ स्थल : छतिश द्विवेदी ‘कुंठित’

आलेख। पूरे भारत में कुछ एक तीर्थ स्थानों को छोड़कर लगभग सभी प्रदेशों के सभी तीर्थ स्थानों पर 80 प्रतिशत तीर्थ पुरोहितों या कहें कथित पंडितों द्वारा जो मायाजाल फैलाया … Read More

इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म का अंत या अल्पविराम? – वीरेंद्र बहादुर सिंह

दिल्ली में एक पुस्तक के लोकार्पण के दौरान भारत के मुख्य न्यायमूर्ति एन.वी.रमण ने अपने भाषण के दौरान कहा था कि ‘देश में इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म का अंत आ गया है। … Read More

आजादी में योगदान और बलिदान देनेवाली विरांगनाओं का इतिहास : अस्मिता प्रशांत ‘पुष्पांजलि’

हम जब भी उंचे निल गगन में शान से लहराते तिरंगे को राष्ट्रगीत के साथ सलामी देते हैं, तो अपनी छाती को गर्व से और भी दो इंच फुला हुआ … Read More

कोविड-19 का दूसरा डोज जरूरी क्यों?

अनिवार्य प्रश्न। संवाद हम सभी ने विगत दो लहरों में देखा है कि कोरोना बीमारी लईलाज है तथा इसके खतरे इतने ज्यादा हैं कि कुछ लोग काल कवलित हो जाते … Read More

मदिरापान के होते हैं व्यापक दुष्परिणाम

मदिरापान के होते हैं व्यापक दुष्परिणाम अपने वैज्ञानिक व तर्कपूर्ण विवेचना से शराब सेवन करने वालों के जीवन पर पड़ने वाले भयानक नकारात्मक प्रभावों का सुन्दर शाब्दिक रेखांकन कर रहे … Read More

महात्मा गांधी और नया भारत: सलिल सरोज

महात्मा गांधी की भूमिका और प्रभाव को निर्विवाद मानते हुए उनके विचारों को वर्तमान परिप्रेक्ष्य में बेहत प्रासंगिक व अचूक मान रहे हैं वरिष्ठ लेखक व कवि सलिल सरोज। न्यू … Read More

हम किसी और के संसार में रहने लगे हैं…. गांधी विचारक धर्मपाल

धर्मपाल जी विख्यात चिंतक एवं गांधी विचारक हैं। प्रस्तुत है उनका लिखा एक आलेख… भारतीय मानस में सृष्टि के विकास के क्रम और उसमें मानवीय प्रयत्न और मानवीय ज्ञान-विज्ञान के … Read More

श्रद्धांजलि संस्मरण: मेरे मित्र सजल की याद में लिखते हुए कलम रोने लगी है… महेन्द्र नाथ तिवारी ‘अलंकार’

श्रद्धांजलि संस्मरण अनिवार्य प्रश्न अखबार समूह व उद्गार परिवार से वर्षों से जुड़े रहे वरिष्ठ कवि व लेखक श्री राधेश्याम तिवारी ‘सजल’ विगत 04 सितम्बर 2020 को काशी के साहित्य … Read More